जबलपुर।संदीप कुमार।
बीजेपी की सरकार को सत्ता में आए दो हफ्तों से ज्यादा हो गया है लेकिन मंत्रिमंडल गठन को लेकर अबतक कोई कदम नही उठाया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार में देरी के चलते विपक्ष बार बार सवाल खड़े कर रहा है। अब पूर्व वित्त मंत्री तरूण भनोत का बड़ा बयान सामने आया है।भनोट का कहना है कि प्रदेश की जनता बेचैन है और लाॅ एण्ड ऑर्डर की स्थिति खराब हो चुकी है ।सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द मंत्रीमंडल का गठन करे।
वही कोविड – 19 से लड़ने और आम जनता को इस महामारी से बचाने के लिए भनोत ने वर्तमान सरकार के प्रयासो को नाकाफी बताया। उनका मानना है कि प्रदेश मे वर्तमान हालातो को देखते हुए सरकार को कम से कम महत्वपूर्ण मंत्रालयो पर मंत्री नियुक्त करना चाहिए।इंदौर की घटना पर पूछे गए सवाल पर उन्होने कहा कि ये समाजिक तौर पर जनजागरूकता और सरकार की कमी है जिसके चलते ऐसी घटनाएं हो रही है। लाजमी है वर्तमान के समय मे पूरा विश्व समेत विकसित देश इस आपदा के समय सामूहिक प्रयासो मे जुटे हुए है ऐसे मे सरकार को भी चाहिए कि वह जल्द समूचित कदम उठाए । गौरतलब है कि वित्त मंत्री खुद ही अपनी विधानसभा के वार्डो को सेनिटाइज़ करने के काम मे जुटे हुए है।
कांग्रेस ट्वीटर के माध्यम से भी उठा चुकी है सवाल
हाल ही में रविवार को ट्वीट करते हुए कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा था। सलूजा ने अपने ट्वीट में कहा था कि एमपी में कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिलावार व्यवस्था को देखते हुए शीघ्र ही मंत्रीमंडल का गठन होना चाहिये।सोशल नेटवर्किंग के इस दौर में यह गठन विडिओ कॉन्फ़्रेन्सिंग से भी किया जा सकता है।जितने ज़्यादा हाथ होंगे , उतनी ही व्यवस्था सुचारु होगी।पता नहीं क्यों इससे बचा जा रहा है।इससे पहले एमपी कांग्रेस के ट्वीटर हैंडलर से शिवराज सरकार पर हमला बोला गया था। इसमें कहा गया था कि कोरोना से मप्र में मौतें हो रही हैं,और यहां एक पूरी सरकार तक नहीं। शिवराज ही मुख्यमंत्री,शिवराज ही स्वास्थ्य मंत्री,शिवराज ही गृह मंत्री, शिवराज ही पूरी कैबिनेट ,शिवराज ही रणनीतिकार,शिवराज ही पूरी सरकार। मोदी जी,संकट की घड़ी में जनता से किस बात का बदला। अब देखना है कि कांग्रेस की लगातार घेराबंदी और लॉक डाउन के बीच शिवराज सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार कबतक और कैसे करती है।