प्लाज्मा माफिया सक्रिय: JAH की फर्जी रसीद देकर 18,000 में बेचा प्लाज्मा, मरीज की मौत

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कोरोना संक्रमण (Corona infection) से बचाव के लिए किये जा रहे तमाम सरकारी और सामाजिक प्रयासों के बीच अब इसमें माफिया (Mafia) भी सक्रिय हो गया है। ग्वालियर (Gwalior) में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें। कोरोना पेशेंट (Corona Patient) के परिजनों ने जो दलाल से प्लाज्मा खरीदा उसको चढ़ाते ही मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने पड़ताल की तो मालूम चला कि दलालों को 18,000 रुपये देकर उन्होंने जो प्लाज्मा खरीदा था वो JAH की फर्जी रसीद के साथ बेचा गया था। मामला अब पुलिस के पास पहुँच गया है। इस मामले में निजी अस्पताल की लापरवाही भी सामने आई है।

कोरोना संक्रमण के बचाव के उपायों के बीच ठगों और दलालों ने कमाई का रास्ता ढूंढ लिया है। खास बात ये है कि ठग या माफिया गिरोह की जानकारी निजी अस्पताल से लेकर सरकारी अस्पताल तक लोगों को रहती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजनों ने दलाल के माध्यम से जो प्लाज्मा खरीदा उसे चढ़ाते ही मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने मौत के बाद निजी अस्पताल में हंगामा किया। दुखी और पीड़ित परिजन पुलिस थाने पहुंचे जहाँ बहुत मशक्कत के बाद उनकी शिकायत दर्ज की गई।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....