ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
लॉकडाउन में सक्रिय शराब माफिया के खिलाफ एक्शन ले रही पुलिस ने 2 लाख रुपये कीमत की देसी शराब की 80 पेटी बरामद की हैं। लेकिन इस बार पुलिस पर ही शराब की सप्लाई के आरोप लगे हैं। पुलिस ने आरोपी गाड़ी ड्राइवर को गिरफ्तार कर मामले को जांच में ले लिया है।
पिछले कुछ दिनों से शहर में शराब माफिया सक्रिय हो गया है। अलग अलग थाना क्षेत्र की पुलिस शराब जब्त कर रही है लेकिन माफिया तक नहीं पहुँच पा रही। ऐसी ही एक कार्रवाई बहोड़ापुर पुलिस ने की। सीएसपी नागेंद्र सिंह के मुताबिक विनय नगर सेक्टर 3 में गश्त के दौरान थाने के स्टाफ ने एक लोडिंग वाहन को रोककर उसकी जांच की तो उसमें 80पेटी देसी शराब मिली। गाड़ी का ड्राइवर पदम जाटव शराब के कोई कागज नहीं दिखा पाया उसे गिरफ्तार कर शराब को जब्त कर लिया गया। जब्त शराब की कीमत करीब दो लाख है। उधर आरोपी ड्राइवर के पिता राजू जखौदिया ने कहा कि वे गोल पहाड़िया क्षेत्र में रहते है मेरा बेटा सब्जी मंडी में गाड़ी चलाता है, पुलिस ने उनके बेटे को गलत फंसाया है। वो उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रात को जनकगंज थाने के कुछ पुलिसकर्मी आये और मेरे बेटे को घर से बुलाकर ले गए और जबरन गाड़ी में शराब भरवाई । उन्होंने आरोप लगाए कि डायल 100 उसे शहर से निकालते हुए ले गई और जब विनय नगर पर चेकिंग देखी तो डायल 100 उसे अकेला छोड़कर भाग गई। उन्होंने कहा कि अब पुलिस के अधिकारी हम गरीबों की बात ही नहीं सुन रहे। उधर शराब सप्लाई में पुलिस की भूमिका के सवाल पर सीएसपी जाँच का भरोसा दिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं यदि कोई तथ्य आयेंगे तो कार्रवाई की जायेगी। बहरहाल पुलिस जिस तरह से अवैध शराब पकड़ रही है और लॉक डाउन में माफिया के खिलाफ एक्शन ले रही है ये उसकी सक्रियता बताता है लेकिन यदि आरोपी ड्रायवर के पिता का आरोप सही निकलता है और शराब सप्लाई में पुलिस की ही भूमिका ही सामने आती है तो ये गंभीर बात है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए।