बागली, सोमेश उपाध्याय। आम तौर पर पुलिस और शिक्षक का कोई वास्ता नही होता!समाज में आज भी ऐसे कई शिक्षक है जो आज तक पुलिस थाने का दरवाजा नही चढ़े।परन्तु बागली पुलिस थाने में शनिवार को अलग ही मंजर देखने को मिला।बागली के सभी शिक्षकों को थाने से न्यौता आया।आरम्भ में तो शिक्षक हतप्रथ दिखे परन्तु थाने पँहुचते ही दंग रह गए।अवसर था पुलिस द्वारा राष्ट्र निर्माता शिक्षकों के सम्मान का।बागली टीआई शैलजा भदौरिया द्वारा शिक्षक दिवस पर अध्यापकों के सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवास ग्रामीण एएसपी सूर्यकांत शर्मा,वयोवृद्ध शिक्षक प.पीडी पुरोहित व संकुल प्राचार्य प.वासुदेव जोशी थे!एएसपी शर्मा ने कहा कि वे स्वयं शिक्षक के परिवार से आते है इसलिए उन्होंने वो दौर भी देखा है जब शिक्षकों का सम्मान थानेदार से भी ज्यादा हुआ करता था।परन्तु वर्तमान समय थोड़ा बिगड़ा है,पर समय चक्र के साथ पुनः एक दौर आएगा जब हम अपनी संस्कृति की और लौटेंगे।शिक्षक ही समाज और राष्ट्र का निर्माता हम इनके ऋणी है,इसलिए शिक्षकों का हरसम्भव सम्मान करें!शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक दौर में वे भी शिक्षक थे और आज उच्च अधिकारी भी अपने शिक्षकों के कारण बने है
!उन्होंने शिक्षकों के सम्मान में अनेक फिल्मी नगमे भी सुनाए।कार्यक्रम की शुरुआत सोमेश उपाध्याय की स्वरचित सरस्वती वंदना से हुई।प.पीडी पुरोहित ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में भारतीय समाज को बचाना है तो भारतीय संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन करना जरूरी है, तभी हम समाज में शांति व समृद्धि ला सकते हैं!अतिथियों ने नगर के 29 शिक्षकों का शाल-श्रीफल व कमल भेंट कर अभिनन्दन किया गया।स्वागत उद्बोधन विधायक प्रतिनिधि कमल यादव ने दिया।कार्यक्रम में पूर्व नपाध्यक्ष डॉ रामचन्द्र राठौर,अमोल राठौर,वरिष्ठ अधिवक्ता एसपी गुप्ता,राजेन्द्र ईनाणी,ओपी शर्मा,कमल बड़ोला,शिवाजी यादव,सुनील जायसवाल, राजेन्द्रपाल सिंह सेंगर,ईशान उपाध्याय,परू सिसोदिया,अजय उपाध्याय,शेखर मराठा आदि सहित नगर के शिक्षक उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन वारिस अली ने किया व आभार टीआई भदौरिया ने माना!
अभिभूत हुए शिक्षक
सम्भवतः प्रदेश में यह पहला अवसर था जब पुलिस थाने में शिक्षकों का सम्मान हुआ!पुलिस जवानों द्वारा शिक्षकों की अगवानी की जा रही थी और वरिष्ठ शिक्षक पुरोहित को स्वयं पुलिस वाहन लेने गया।यह देख अनेको शिक्षक अभिभूत दिखे!