राजस्थान, डेस्क रिपोर्ट। राजस्थान में उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार (Cabinet expansion) नहीं हुआ है और वहीं मंत्रिमंडल विस्तार से पहले ही राजस्थान की सियासत गरमाई हुई है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने सावधान करते हुए कहा कि राजस्थान और महाराष्ट्र में फिर से सरकार गिराने का खेल शुरू हो चुका है। इसके साथ ही सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘हमारे विधायकों को बिठाकर नास्ता कराकर कहा गया कि उन्होंने अब तक पांच सरकारें गिराई है, अब छठवीं बार सरकार गिरने वाली है।’
महाराष्ट्र की सरकार को किया अगाह
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले ही सरकार गिराने की चर्चाएं सामने आ रही है, जिसमें महाराष्ट्र की सरकार भी शामिल है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी ने कहा था कि कांग्रेस की यह गिरने वाली छठवीं सरकार रहेगी। अशोक गहलोत ने आज यानि 5 दिसंबर को अगाह करते हुए कहा कि राजस्थान और महाराष्ट्र में सरकार गिराने का खेल शुरू हो रहा है। जिसे लेकर अशोक गहलोत ने सीधे केंद्रीय मंत्री अमित शाह के ऊपर आरोप लगाया है कि उन्होंने विधायकों के साथ गोपनीय बैठक करते हुए सरकार गिराने का खेल शुरू कर दिया है।
बीजेपी पर लगाए ये आरोप
बीजेपी पर आरोप लगाते हुए सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि इससे पहले भी बीजेपी ने सरकार गिराने की कोशिश की थी, जिसके विटनट कांग्रेस नेता अजय माकन है। जो कार्यक्रम के दौरान 34 दिनों तक हमारे विधायकों के साथ होटल में थे। सीएम गहलोत ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान करीब 1 घंटे तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमारे विधायकों के साथ बैठक कर चर्चा की थी। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने अब तक पांच सरकारें गिराई है।
इस घटना के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला अजय माकन अविनाश पांडे ने बैठक की और उन्होंने नेताओं को बर्खास्त करने का निर्णय किया। जिसके बाद सरकार बच पाई है। सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) ने बताया कि पूरे राजस्थान की जनता कांग्रेस को चाहती थी और उन्होंने कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए लगातार कांग्रेस विधायकों को फोन कर रहे थे, साथ ही कह रहे थे कि सरकार नहीं गिरनी चाहिए।
अंदरूनी घमासान का अनुमान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के इस बयान को सुनकर लोगों का कहना है कि सरकार बीजेपी पर निशाना साधने के बहाने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर निशाना साध रहे हैं। बता दें कि राजस्थान में जुलाई 2020 को कांग्रेस में अंदरूनी घमासान शुरू हो गई थी। जिसमें राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) के समर्थन में करीब 19 विधायकों ने होटल में शरण ले ली थी। जिसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बीजेपी (BJP) सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।
मामले को तूल पकड़ता देख सचिन पायलट ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मिलकर बात की, जिसके बाद ही यह मुद्दा शांत हुआ। वहीं इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने दोनों नेताओं की शिकायतों को दूर करते हुए एक पैनल बनाने का वादा किया। इस घटनाक्रम के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के लिए निकम्मा जैसे शब्द का प्रयोग किया था। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि सचिन पायलट बीजेपी के साथ मिलकर राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश कर रहे हैं।
कांग्रेस के बयानों पर बीजेपी का पलटवार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) द्वारा बीजेपी पर लगाए जा रहे आरोपों का बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जवाब दिया है। जिसमें सतीश पूनिया ने बताया कि गहलोत शासन नहीं चल पाने के कारण वे झूठा आरोप बीजेपी पर लगा रहे है। पुनिया ने कहा कि कांग्रेस में पहले से ही अंदरूनी घमासान चल रहा है, जिसके कारण अशोक गहलोत परेशान हैं। इन्हीं सबकी वजह से बिना कोई सबूत के सीएम अशोक गहलोत बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं।
आरोपों को बीजेपी नेता ने बताया निराधार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पुनिया ने बताया कि सीएम अशोक गहलोत सरकार गिराने को लेकर हर दिन नई कहानियां सुनाते है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कांग्रेस में अंदरूनी घमासान चल रहा है, जिसे छिपाने के लिए कांग्रेस बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगा रही है। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया ने का भी कहना है कि कांग्रेस में अंदरूनी घमासान जारी है, जिसकी वजह से कांग्रेस की सरकार गिरने वाली है। वहीं कांग्रेस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर सरकार गिराए जाने के आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि इसमें किसी भी तरह की सच्चाई नहीं है।