भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
देश के बहुचर्चित अयोध्या राम मंदिर(The famous Ayodhya Ram temple) पर हमेशा उठते रहे एक ही सवाल कि “आखिर कब बनेगा राम मंदिर” पर आखिरकार मुहर लग गई। 5 अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम का आयोजन(Bhoomi Poojan program organized) किया जा रहा है। भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) के हाथों संपन्न होना है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पूरे देश से न्यास द्वारा विशिष्टों को आमंत्रण दिए जा रहे हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और मंत्री जयभान सिंह पवैया(Former Chief Minister Uma Bharti and Minister Jaibhan Singh Powaiya) को न्यास द्वारा आमंत्रण संदेश भेजा गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और मंत्री जयभान सिंह पवैया राम जन्मभूमि आंदोलन से लंबे समय से जुड़े हुए नेता कहे जाते हैं। जिसके बाद इन दोनों नेताओं का रामजन्म भूमि पूजन में सम्मिलित होने की चर्चा पहले से थी। उमा भारती ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि न्यास द्वारा उन्हें निर्देश मिला है कि वह 4 अगस्त की शाम तक अयोध्या पहुंचे। जबकि भूमि पूजन के बाद 6 अगस्त तक उन्हें अयोध्या में ही रहना है। उमा भारती को राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल किया जाता है। जबकि जयभान सिंह पवैया अयोध्या जन्म भूमि विवाद के वक्त बजरंग दल के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
बता दे कि उमा भारती और जयभान सिंह पवैया पर विवादित ढांचे को गिराने के लिए लोगों को उकसाने का केस चल रहा है। जिसको लेकर जुलाई में दोनों नेता अपना बयान दर्ज कराने लखनऊ पहुंचे थे। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 5 अगस्त को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के स्थापना के लिए भूमि पूजन किया जाएगा। जिसमें शामिल होने के लिए देश के विशिष्ट एवं राम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा रहे प्रमुख नेताओं को न्यास द्वारा आमंत्रण भेजा गया है। वही भूमि पूजन को लेकर तैयारियां जोरों पर है।