ग्वालियर, अतुल सक्सेना
भारत में रहने वाले करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण(ram mandir) की सभी बाधाएं दूर हो गई है और प्रधानमंत्री (PM) इसके निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमिपूजन करने जा रहे हैं। इस सबके बावजूद मंदिर पर राजनीति खत्म नहीं हो रही। लगातार मंदिर निर्माण पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस (Congress) के नेताओं के अचानक मंदिर निर्माण को लेकर सुर बदल गए हैं जिसका प्रखर हिंदूवादी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जय भान सिंह पवैया (BJP leader and former minister Jai Bhan Singh Powaiya) ने करारा जवाब दिया है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर पिछले कई दशकों से देश में बहस चल रही है। करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र भगवान राम के मंदिर का निर्माण उनकी जन्म भूमि पर ही हो इसका संकल्प लेने वाली भाजपा ने तमाम बाधाओं के बाद इसका भव्य निर्माण कराना निश्चित किया है। जिसके भूमि पूजन की तिथि 5अगस्त तय की गई। इस बीच पिछले लंबे अरसे तक वामपंथी और कांग्रेसी राम मंदिर निर्माण पर सवाल उठाते रहे और बाबरी मस्जिद के पक्ष में बोलते रहे। लेकिन जब सब रास्ते बंद हो गए तो इन लोगों ने मंदिर के भूमिपूजन के मुहूर्त तक पर पिछले दिनों सवाल खड़े कर दिये। लेकिन अब अचानक कांग्रेस के सुर बदल गए हैं और उनके नेता मंदिर निर्माण के समर्थन में उतर आये हैं।
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने किया मंदिर निर्माण का समर्थन
अयोध में राम मंदिर निर्माण का लगातार विरोध करने वाले और भाजपा को कठघरे में खड़ा करने वाली कांग्रेस के मध्यप्रदेश के दो बड़े नेताओं के सुर अचानक बदल गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ (Former Chief Ministers Digvijay Singh and Kamal Nath) ने मंदिर निर्माण के समर्थन में ट्वीट किये हैं।
कमलनाथ ने ये किया ट्वीट
“मैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है,ये सिर्फ भारत में ही संभव है”
दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किये
“रामहि केवल प्रेम पिआरा, जानि लेउ जो जान निहारा” अर्थात भगवान श्रीराम को केवल प्रेम ही प्यारा है जो जानने वाला हो(जानना चाहता हो) वह जान ले।”हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं, और आज समूचा देश भी राम भरोसे ही चल रहा है। इसीलिए हम सबकी आकांक्षा है कि जल्द से जल्द एक भव्य राम मंदिर अयोध्या में राम जन्म भूमि पर बने और राम लला वहाँ विराजें। स्व राजीव गांधी जी भी यही चाहते थे”।
दिग्विजय सिंह में मुहूर्त को लेकर भी ट्वीट किया
” रही बता मुहूर्त कि तो देश में 90 प्रतिशत से भी ज्यादा हिंदू ऐसे होंगे जो मुहूर्त, ग्रह, दशा, ज्योतिष, चौघड़िया आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं। मैं तटस्थ हूँ इस बात पर कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है। ये सीधे सीधे धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं से खिलवाड है।”
पवैया ने दिया करारा जवाब
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद बाबरी मस्जिद ढांचा गिराने वाले अभियान में शामिल रहे, राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्श करने वाले प्रखर हिंदू वादी नेता एवं भाजपा के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने पलट वार किया हैं उन्होंने ट्वीट कर करारा जवाब दिया है। पवैया ने लिखा ” श्री राम मंदिर निर्माण के लिए कांग्रेसियों का समर्थन या विरोध का अब मायना ही क्या है। फैसला आने के पहले इनमें से कौन ऐसा माई का लाल है जिसने राम मंदिर गर्भ गृह पर ही बनने का दावा किया हो। आतंकियों के वध पर रोने वाले आप कार सेवकों के बलिदान पर एक शब्द भी नहीं बोले थे।”