भोपाल।
मध्यप्रदेश(madhya pradesh) की सियासी उथल पुथल जहां थमने का नाम नहीं ले रही वहीं कांग्रेस(congress) के बागी विधायकों का भोपाल(bhopal) ना लौटना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। जिसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि विधायकों को मिलने का वक्त दिया गया था। हमने 3 दिन अलग-अलग वक्त पर विधायकों का इंतजार किया किंतु वह नहीं आए। एक संरक्षक होने के नाते मैं इस बात से परेशान हूं।
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति( n p prajapati) आज मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि जिन दो विधायकों ने मुझे किसी ना किसी माध्यम से अपने इस्तीफे पहुंचाएं हैं। वह चाहे सोशल मीडिया(social media) को टीवी हो या अन्य कोई माध्यम हो। उनके इंतजार में मैं आज यहां बैठा था लेकिन वह अभी तक नहीं आए। मेरा प्रश्न उन लोगों से यह है कि वे सीधे मेरे पास क्यों नहीं आए और मुझसे मिलकर उन्होंने इस्तीफे क्यों नहीं दिए। मैं विधानसभा का अध्यक्ष हूं। इसी नाते मैं प्रत्येक विधायक(mla) का संरक्षक भी हूं। जिस प्रकार की खबरें इन विधायकों को लेकर आ रही हैं। उनसे मैं चिंतित हूं और मीडिया(media) भी चिंतित है। तो आइए मिलकर इसका हल ढूंढते हैं। वही विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा कि कोरोनावायरस(coronavirus) से हम सबको मिलकर लड़ना है इसलिए विधानसभा में सभी लोगों को सैनिटाइजर(sanitizer) और मास्क(mask) दिए जाएंगे।
गौरतलब हो कि बेंगलुरु में बंधक बने कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष के सम्मुख प्रत्यक्ष रूप से अपना इस्तीफा सौंपना था। जिसके लिए विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने सूचना जारी की थी। जिसके मुताबिक 6 विधायकों को शुक्रवार को, 7 को शनिवार को और बाकी के विधायकों को रविवार को उनके समक्ष उपस्थित होना था। विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने तीनों दिन विधायकों का इंतजार किया किंतु वह भोपाल नहीं लौटे। इससे पहले शुक्रवार को विधायकों के भोपाल आने की खबर थी। जिसके बाद विधायक बंगलुरू एयरपोर्ट से वापस रिसोर्ट को लौट गए थे। वह सोमवार को प्रदेश की कमलनाथ सरकार का राज्यपाल के अभिभाषण के बाद शक्ति परीक्षण होना है। जिसको लेकर प्रदेश में संकट की स्थिति बनी हुई है। वही चर्चा ये भी तेज़ है कि हो सकता है विधायक फ्लोर टेस्ट में भी उपस्थित ना हो।