सीहोर।
देश के विभिन्न हिस्से समेत प्रदेश में कोरोना संक्रमण की असली वजह बने जमातियों पर कार्यवाही हुई है। इसी बीच सीहोर से एक मामला सामने आया है। जहाँ नियमों के उल्लंघन के मामले में 8 जमातियों को जेल भेज दिया है। ये सभी जमाती दिल्ली तब्लीगी मरकज से लौटकर प्रदेश के सीहोर की मस्जिदों में रुक कर धर्म का प्रचार कर रहे थे।
दरअसल सोमवार को छह जमातियों को वीजा नियमों के उल्लंघन मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट किरण तुमराची धुर्वे ने सोमवार को जेल भेज दिया। इसके साथ ही देश के ही 2 जमातियों को भी जेल भेजा गया है। जिसमे एक बिहार तो दूसरा झारखण्ड का है। मीडिया से बात करते हुए पुलिस ने बताया कि मेडिकल परिक्षण के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन की सलाह दी।लेकिन उन्होंने डॉक्टर की सलाह नहीं मानी। वो बाहर घूमते रहें। जिसके बाद तीन अप्रैल को सभी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किये गए। सोमवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने झारखंड और बिहार निवासी की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। वहीँ पुलिस ने कहा है कि मामला विदेश मंत्रालय के संज्ञान में है। वहां से प्राप्त निर्देशों के अनुसार अगली कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि एक अप्रैल को मिली सूचना के अनुसार सीहोर के कस्बा चौकी क्षेत्र में स्थित पुख्ता मस्जिद (मरकज) में म्यांमार के छह नागरिक काफी समय से रुके हैं। जांच में पता चला कि वे दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 तक का पर्यटन वीजा लेकर संपूर्ण भारत में धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। ये सभी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज से 21 फरवरी को भोपाल की विभिन्न मस्जिदों में रुककर 26 फरवरी को सीहोर आए थे।जहाँ एक अप्रैल को सिविल सर्जन को सूचना देकर सभी का मेडिकल परीक्षण कराया गया था। जिसके बाद सोमवार को उनकी पेशी हुई थी।