भोपाल डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संक्रमण से निबटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह निवास पर बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी आला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री कोरोना से निबटने की सभी उपायों पर विचार कर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
वैक्सीन ही है बचाव ,समझाने में कोरोना वॉरियर्स को हो रही कितनी परेशानी, देखिए वीडियो
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर सुबह 11.30 बजे होने वाली इस बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव ,डीजीपी सहित कई विभागों के आला अधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक में कोरोना से निपटने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं जिनमें मीडिया में लगातार आ रही खबरों के आधार पर ऑक्सीजन की कमी, रेमेडिसिविर इंजेक्शन की कमी, अस्पतालों में बैडो को लेकर लगातार बढ़ रही परेशानी पर विचार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री इस बैठक में कुछ आवश्यक निर्देश भी दे सकते हैं। भोपाल जैसी व्यवस्था भी बनाए जाने की संभावना है जहां पर कलेक्टर ने रेमेडिसिविर इंजेक्शन के लिए सीधे एक ऐप के माध्यम से अस्पतालों को बोला है कि वह इस माध्यम पर सूचित कर अपने इंजेक्शन की आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि 30 अप्रैल तक 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की व्यवस्था मध्यप्रदेश में की जाएगी। इसे लेकर भी किस तरह से प्लान तैयार करना है ,इसे लेकर निर्णय किए जा सकते हैं
ग्रामीणों ने गांव की सीमा को किया सील, सेल्फ आइसोलेशन का मंत्र अपनाया
जिस तरह से प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर रेमेडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबरें आ रही है उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही दे चुके हैं। इस बारे में अधिकारियों को और कड़ाई से काम करने के लिए कहा जा सकता है। मध्यप्रदेश में कई छोटे स्थानों पर कोविड केयर सेन्टर बनाने के मामले पर भी विचार किया जाता है। इस मामले में सागर जिले के गढाकोटा का उदाहरण सामने आया है जनाब लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने 50 बिस्तर का मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल बनाकर तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए कई मंत्रियों को कल विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी है। अधिकारियों को इस बारे में भी निर्देश दिए जा सकते हैं कि इन मंत्रियों के साथ संमनवय बनाकर कैसे कमियों को दूर कर कोरोना संक्रमण रोकने की बेहतर व्यवस्था प्रदेश में बनाना है।