खंडवा।
मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट विस्तार के बाद अब प्रदेश कि राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है। जहां एक तरफ कांग्रेस लगातार अपने बाकी हुए विधायकों सहित ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना बनाती रही है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायक लगातार सिंधिया के समर्थन में बयान दे रहे हैं। इसी बीच अब प्रदेश में टाइगर वॉर खत्म होने के बाद राजा और राजसत्ता पर विवाद शुरू हो गया है। शिवराज कैबिनेट के वन मंत्री बने विजय शाह ने कहा कि दिग्विजय सिंह राजा नहीं है, राजा तो सिंधिया है। नकली राजा और व्यापारी भाई की जोड़ी चल नहीं पाएगी।
दरअसल शनिवार को खंडवा के सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में नकली राजाओं का हुजूम है। इसके साथ ही मंत्री शाह ने यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में कमलनाथ से ज्यादा मेहनत सिंधिया ने की थी। लेकिन पार्टी में सिंधिया का अपमान होता रहा। विजय शाह ने यह भी कहा कि विधायक ही छोड़ना किसी के लिए भी आसान नहीं होता। संजय समर्थकों ने जनहित में विधायक की छोड़कर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई है।
इधर सभा को संबोधित करते हुए विजय शाह ने कहा कि जो वादे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किए हैं वह सभी वादे पूरे होंगे। वहीं कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए विजय शाह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना फैलने की असली वजह कांग्रेस है। यदि कांग्रेस ढंग से काम करती तो प्रदेश में कोरोना काफी पहले काबू में आ गया होता। लेकिन तब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी व्यवस्था में ही लगे हुए थे। बता दें कि मंत्री बनने के बाद वन मंत्री शाह पहली बार स्वागत समारोह को संबोधित करने खंडवा पहुंचे थे।