जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर साइबर सेल में पदस्थ तीन पुलिसकर्मियों के द्वारा नोयडा जाकर आरोपी से 20 लाख रु की रिश्वत माँगने में जल्द ही बड़ा खुलासा होगा ये कहना है भोपाल सायबर एसपी गुरुकरन सिंह का। इस पूरे रिश्वतकांड की जाँच के लिए बीते दो दिनों से गुरुकरन सिंह जबलपुर में डटे हुए है। उनकी जाँच में कई अहम खुलासे हुए है।
अपराध से जुड़े कुछ अहम सबूत मिले है जांच में
जबलपुर सायबर सेल में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक के द्वारा नोयडा में 20 लाख रु की रिश्वत मांगने पर जहाँ राज्य सरकार ने तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है वही एसपी अंकित शुक्ला को भी हटा दिया गया है। अब भोपाल एसपी गुरुकरन सिंह इस पूरे मामले की जाँच कर रहे है।एसपी भोपाल ने बताया कि बीते दो दिन की जाँच में बहुत सारी खामियां इस केस से जुड़ी पाई गई है। उन्होंने कहा कि जबलपुर साइबर में पदस्थ पुलिसकर्मियों से पूछताछ में भी कई अहम पहलू मिले है। जिसका मिलान नोयडा में जाकर किया जाएगा।
अभी 55 हजार रु मामले में बोलना होगा जल्दबाजी
जबलपुर के एक व्यक्ति के साथ रोजी पे एप के माध्यम से 55000 रु की ठगी की थी और इसी की जाँच करने दो सब इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मी नोयडा गए थे। ऐसे में अब सवाल ये भी उठ रहा है कि सिर्फ 55 हजार रु की ठगी मामले में क्यो 4 पुलिसकर्मियो को नोयडा भेजा गया। वही यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि 20 लाख रु की रिश्वत मांगने में हो सकता है कि इनके साथ कोई बड़ा अधिकारी शामिल हो। हालांकि एसपी गुरुकरन सिंह भी कहते है कि अभी 55000 रु ठगी मामले में बोलना जल्दबाजी होगी।
जाँच में मिली है बहुत सारी गलतियां
एसपी गुरुकरन सिंह ने कहा कि अभी तक कि जांच में बहुत सारी विभाग की वो गलतियां सामने आई है जो कि नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जबलपुर की जाँच के बाद अब नोयडा जाकर इस पूरे मामले की जाँच करना है और फिर रिपोर्ट राज्य सरकार की सौपना है। एसपी गुरुकरन सिंह ने कहा की जाँच रिपोर्ट में बड़े खुलासे होंगे।