बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता तेजस्वी यादव अब EPIC नंबर विवाद में फंसते नज़र आ रहे हैं। आरोप है कि तेजस्वी के पास दो अलग-अलग वोटर ID नंबर हैं, जो क़ानूनन अवैध है।
चुनाव आयोग ने तेजस्वी से पहले भी उनके EPIC नंबर की जानकारी मांगी थी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अब निर्वाचन आयोग ने फिर से पत्र भेजकर 8 अगस्त 2025 तक उनके वोटर ID की जानकारी मांगी है, ताकि इसकी जांच की जा सके।
तेजस्वी जांच में क्यों नहीं दे रहे सहयोग?
इस मामले में तेजस्वी यादव ने अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। आयोग की ओर से उन्हें पहले भी नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने न तो जानकारी साझा की और न ही दस्तावेज़ सौंपे। अब आयोग ने दोबारा सख्ती दिखाते हुए कहा है कि अगर उनके पास एक से ज्यादा EPIC नंबर हैं, तो यह गंभीर मामला है और जांच जरूरी है। आयोग ने कहा कि वोटर ID में पारदर्शिता और एक व्यक्ति–एक पहचान के सिद्धांत का पालन होना ज़रूरी है।
DM का बयान: 2020 वाला EPIC ही वैध
इस पूरे मामले पर पटना के जिलाधिकारी त्यागराज एस.एम. ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने साफ़ कहा कि मतदाता सूची में तेजस्वी यादव का वही EPIC नंबर दर्ज है, जो उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में अपने हलफनामे में दिया था। डीएम ने कहा कि अगर तेजस्वी के पास कोई दूसरा EPIC नंबर है, तो यह जांच का विषय है, क्योंकि भारत में एक व्यक्ति के पास दो वोटर ID कार्ड रखना अवैध है।
स्थानीय व्यक्ति ने दर्ज कराई शिकायत, FIR संभव
तेजस्वी यादव के खिलाफ अब कानूनी शिकंजा और कस सकता है। पटना के दीघा थाने में एक स्थानीय व्यक्ति ने उनके खिलाफ दो EPIC कार्ड रखने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने यह शिकायत जिला निर्वाचन कार्यालय को भेज दी है और एक अधिकारी ने कहा है कि अगर निर्वाचन आयोग से जांच या कार्रवाई का निर्देश आता है, तो तेजस्वी यादव के खिलाफ FIR भी दर्ज की जा सकती है।





