‘मदर्स डे’ स्पेशल : इस दुनिया में सबसे बड़ा योद्धा ‘मां’ होती है, जाने ‘मदर्स डे’ के कुछ अनसुने तथ्य

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। ‘ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया, माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया’, वैसे तो जरुरी नहीं हैं कि हम मां को सिर्फ एक दिन ही यह महसूस कराए कि हमारे जीवन में उसका क्या महत्व है लेकिन साल के 365 दिन और 24 घंटे हमारा ख्याल रखने वाली इस साक्षात देवी को एक दिन की छुट्टी लेकर समर्पित करना बनता है। एक दिन तो इस योद्धा को पता चले कि वो हमारे लिए कितनी स्पेशल है।

हालांकि, 1914 तक ‘मदर्स डे’, एक आधिकारिक अवकाश नहीं था, हम सदियों से मां के निष्पक्ष बलिदान को मनाते आ रहे है। इस दिन को हम मां के साथ कार्ड, उपहार, विशेष भोजन और शिल्प के साथ मनाते हैं।


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Manuj Bhardwaj