ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के जल संसाधन मंत्री (water resources minister) एवं ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट (tulsi silawat) बुधवार की देर शाम शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर जिले के चार दिवसीय प्रवास पर पहुँचे। सिलावट ने रात में कलेक्ट्रेट पहुँचकर बाढ़ नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि नियंत्रण कक्ष में बुनियादी सुविधाओं से जुड़े विभागों मसलन नगर निगम, PHE, स्वास्थ्य और विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी भी तैनात किए जाएँ। साथ ही नियंत्रण कक्ष में एक और टेलीफोन की व्यवस्था की जाए। निरीक्षण के दौरान नियंत्रण कक्ष में एक व्यक्ति द्वारा अपनी समस्या दर्ज कराने के लिए फोन किया, जिसे मंत्री ने स्वयं अटेंड किया और समस्या के त्वरित निराकरण का भरोसा दिलाया।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गाँवों में बाढ़ का पानी उतर गया है, वहाँ विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों की जाँच कराएँ, जिससे बीमारियों को पनपने से रोका जा सके। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग लेने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि राहत शिविरों में भोजन, पेयजल और दवाओं की पुख्ता व्यवस्था रहे।
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मंत्री श्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित गाँवों में क्षतिग्रस्त हुईं विद्युत लाइनों का जल्द से जल्द सर्वे कराकर विद्युत वितरण कंपनी के माध्यम से लाइनों को दुरुस्त कराकर बिजली आपूर्ति को सुचारू कराएँ। साथ ही विद्युत समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए लिए अलग से विद्युत नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जाएं।
इस मौके पर आईजी अविनाश शर्मा, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, एसपी अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा व अपर कलेक्टर आशीष तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के अलावा भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, पूर्व विधायक मदन कुशवाह, वरिष्ठ नेता मोहन सिंह राठौड़ व कमल शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।