भोपाल। मध्यप्रदेश के हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर एक बड़ा झटका दिया है। उनके बाद उनके समर्थक करीब 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि सिंधिया काफी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे, लेकिन दिल्ली कि एक शादी समारोह में कुछ ऐसा हुआ कि प्रदेश में होने वाले नाटकीय परिवर्तन की स्क्रिप्ट फायनल हो गई। यह शादी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे गिरीश नड्डा की थी। शादी समारोह में अनेक बड़े नेता शामिल हुए, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, नरेंद्र सिंह तोमर तथा मध्य प्रदेश से नरोत्तम मिश्रा सहित अनेक नेता शामिल हुए।
सूत्रों में प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस विवाह समारोह में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शरीक हुए थे और वहीं पर शिवराज ने पार्टी आलाकमान को ज्योतिरादित्य सिंधिया के रवैये की जानकारी दी थी। इसके बाद पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पूरे मामले पर गंभीरता से विचार किया और तीन दिन बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल करने पर सहमति दे दी।
विवाह समारोह बना सियासी फेरबदल का मंच
जेपी नड्डा के बेटे गिरीश नड्डा की शादी में सभी दिग्गज नेता एक साथ नजर आए थे। ये समारोह इस सारे घटनाक्रम को अंजाम देने के लिये एक मंच बन गया जहां सारे दिग्गज बीजेपी नेताओं ने ज्योतिदित्य सिंधिया को लेकर गंभीरता से चर्चा की। इसी के साथ शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिंधिया समर्थक कांग्रेस विधायक किस प्रकार बीजेपी का समर्थन कर सकते हैं और सिंधिया को लाने के लिये क्या रणनीति हो सकती है। प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनाने के लिये ये सबसे बेहतर रास्ता था। उस शादी समारोह में रची गई स्क्रिप्ट को जब होली के दिन प्ले किया गया तो कांग्रेस सहित भोपाल से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलको में भूचाल आ गया।