भोपाल।
बीजेपी (bjp) में इन दिनों वर्चुअल रैलियों (vertual rallys) का जोर है। 24 विधानसभा( assembly) सीटों के लिए उपचुनाव (by election) होने है और मुख्यमंत्री (chief minister) शिवराज सिंह चौहान , प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लगातार इन रैलियों के माध्यम से बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का काम कर रहे हैं ।इन रैलियों में कमलनाथ सरकार की दो लाख रू तक की किसान कर्जा माफी योजना को पानी पी पीकर कोसा जा रहा है ।
हालांकि बीजेपी ने कभी यह नहीं कहा कि बीजेपी यह कर्जा माफ करेगी क्योंकि शिवराज यह पहले ही कह चुके हैं कि वह कर्जा देते ही नहीं क्योंकि मध्य प्रदेश में 0% ब्याज पर ऋण देने की सुविधा सरकार पहले ही उपलब्ध करा चुकी है। लेकिन इन सबके बीच कुछ दिन पहले सागर की सुरखी विधानसभा में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल की उपस्थिति में मध्य प्रदेश के मंत्री गोपाल भार्गव ने जनता को यह विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार कमलनाथ सरकार द्वारा दिए गए हर वचन को पूरा करेगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कमलनाथ दो लाख तक का किसान कर्जा माफ नहीं कर पाए लेकिन बीजेपी की सरकार इसे पूरा करेगी। इससे भी आगे बढ़ते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि बेरोजगारों को भत्ता देने की बात सरकार ने पूरी नहीं की लेकिन बीजेपी सरकार इसे यथासंभव पूरा करने की कोशिश करेगी ।
दरअसल कमलनाथ की सरकार किसानों का 56 हजार करोड़ रुपए में से केवल 6000 करोङ रू का कर्जा माफ कर पाई थी और मध्य प्रदेश की वित्तीय स्थिति इस बात की कतई इजाजत नहीं देती कि सरकार बाकी बचे हुए 50000 करोड रुपए माफ कर पाए ।ऐसी हालत में विधानसभा के उपचुनावों में यह मुद्दा तूल पकड़ेगा कि प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने अब जब वादा कर दिया है तो सरकार क्या कर रही है, निश्चित रूप से बीजेपी के लिए मुसीबत का सबब बनेगा।