भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद (Congress MLA Arif Maid) ने भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति (France President) के खिलाफ प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने (Offending religious feelings) के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक कुल 6 लोग गिरफ्तार (Arrest)) किए जा चुके हैं। पुलिस आरिफ की तलाश कर रही है। तीन आरोपियों को पुलिस ने बैरसिया से गिरफ्तार किया था। जिनमें इकराम, नईम और अब्दुल शामिल है।
आरिफ मसूद की गिरफ्तारी अब तक नहीं
इस मामले में तलैया थाना पुलिस ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत सात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। 7 में से 6 आरोपियों को तो पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। बतादें की पुलिस ने पहके तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, आज इस मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें पूर्व पार्षद शाहवर मंसूरी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन अब तक कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है की, आरिफ मसूद भोपाल में ही है, लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद आरिफ को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी हासिल नहीं हो रही है। पुलिस ने आरिफ के संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी, लेकिन पुलिस को निराशा ही हाथ लगी।
यह है मामला
आरिफ मसूद ने भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया था जिसमें हजारों लोगों की भीड़ एकत्रित हुई थी। प्रदर्शन के दौरान आरिफ ने फ्रांस का झंडा और वहां के राष्ट्रपति का पुतला जलाया था। इस दौरान दिए भाषण में मसूद ने कहा था कि केंद्र और राज्य की हिंदूवादी सरकार के मंत्री भी फ्रांस के कृत्य का समर्थन कर रहे हैं। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की थी कि भारत सरकार फ्रांस दूतावास को कहे कि वो मुस्लिम विरोधी रुख को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराएं। जिसके बाद सरकार ने उनके खिलाफ सोशल डिस्टेसिंग के उल्लंघन में मामला दर्ज किया था लेकिन बाद लेकिन बाद में धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं में मसूद समेत 7 लोगों पर एफआईआर की गई थी।
चर्चाओं में रहे है आरिफ मसूद
दबंग छवि के लिए मशहूर मसूद ने ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ पूरे भोपाल में प्रदर्शन आयोजित किए थे। मॉब लिंचिंग के खिलाफ भी अपने समर्थकों के साथ वे सड़कों पर उतरे थे साल 2001 में गदर- एक प्रेम कथा फिल्म की स्क्रीनिंग के खिलाफ भोपाल के लिली टॉकीज में भी कार्यकर्ताओं के साथ इनपर तोड़फोड़ का आरोप है। इसका नेतृत्व भी मसूद ने ही किया था।