इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने शहर में कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाना शुरू कर दी है। जिसका उदाहरण है कि कोलार (Kolar) के जेके अस्पताल (JK Hospital) को सरकार (Government) ने एक बार फिर अनुबंध किया है। जिसके तहत अस्पताल में 200 बिस्तर कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं, ताकि मरीजों को आसानी से उपलब्ध हो सके और उन्हें इलाज के लिए भटकना न पड़े।
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नवंबर में मिले 7617 मरीज
भोपाल में कोरोना संक्रमण के असर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नवंबर के महीने में यहां सात हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं। जानकारी अनुसार 31 अक्टूबर को भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या 24626 थी जो कि 2 दिसंबर को बढ़कर 32549 हो गई, यानी 1 महीने में कुल 7923 नए मरीज दर्ज किए गए हैं।
15 नवंबर के बाद स्थिति खराब
भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या 15 नवंबर से तेजी से बढ़ रही है। सिर्फ बीते 15 दिन में यहां कोरोना के नए मरीजों की संख्या 4700 दर्ज की गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो देखा जा सकता है कि 15 नवंबर को भोपाल में कुल मरीजों की संख्या 27543 थी, जो 2 दिसंबर को बढ़कर 32549 हो गई है।
किस सर्कल में कितने बढ़े मरीज
कोलार सर्कल में 17 नवंबर को 635 कोरोना संक्रमित थे जो 30 नवंबर को 1088 हो गए। गोविंदपुरा में 17 नवंबर को 345 कोरोना के मरीज थे, वही 30 नवंबर को यहां 557 मरीज हो गए। उधर बैरागढ़ में 167 मरीज थे जो 30 नवंबर को बढ़कर 320 हो गए। उधर टीटी नगर सर्कल में 17 नवंबर को 212 कोरोना के मरीज थे, जिनकी संख्या 30 नवंबर को बढ़कर 314 हो गई। एमपी नगर सर्कल में 17 नवंबर को 185 संक्रमित थे जो बढ़कर 30 नवंबर को 284 हो गए। पुराने शहर की बात करें तो यहां पर 17 नवंबर को 138 कोरोना के मरीज थे जो 30 नवंबर को 219 पर पहुंच गए। हुजूर क्षेत्र की बात करें तो यहां 17 नवंबर को 43 मरीज थे जो 30 नवंबर को 63 हो गए।