भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस (Congress) जल्द ही मध्य प्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Vidhansabha) में नए नेता प्रतिपक्ष (Leader Opposition) की घोषणा कर सकती है। पूर्व सीएम एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Former CM And PCC Chief Kamal Nath) दिल्ली (Delhi) में पार्टी हाईकमान (Party High command) से नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान आदिवासी विधायक को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर सहमत हो गई है।
पूर्व मंत्री बाला बच्चन (Former Minister Bala Bacchan), उमंग सिंगार (Umang Singhar) में से किसी एक को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की चर्चा है। दरअसल मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार (Congress Government) बनने में आदिवासी समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। यही वजह है कि तत्कालीन सीएम कमलनाथ भी अपने कार्यकाल में आदिवासियों के हित में लगातार फैसले लेते रहे। अब कांग्रेस ने अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर आदिवासी विधायक को नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए 45 सीटें आरक्षित है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 30 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब हुई थी।
ये भी है दौड़ में
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सीनियर विधायक डॉ. गोविंद सिंह और सज्जन सिंह वर्मा भी शामिल है। हाल ही में गोविंद सिंह के खिलाफ भिंड जिला कांग्रेस द्वारा जारी किए गए आदेश भी नेता प्रतिपक्ष की जंग से जोड़कर देखा जा रहा है। गोविंद सिंह को कांग्रेस की राजनीति में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का कट्टर समर्थक माना जाता है। वहीं सज्जन वर्मा कमलनाथ खेमे से जुड़े हैं। इन दोनों नामों पर सहमति न बनने पर बृजेन्द्र सिंह राठौर के नाम पर विचार हो सकता है। पर यह तभी होगा जब आदिवासी वर्ग के अलावा किसी अन्य वर्ग के नेता को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर सहमति बने। सज्जन वर्मा अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं, वहीं गोविंद सिंह और बृजेन्द्र सिंह सामान्य वर्ग से हैं।