बंगाल चुनाव को लेकर उमा भारती का बड़ा बयान, शराब बंदी को लेकर भी कही ये बात

Published on -
उमा भारती

सीहोर, अनुराग शर्मा। आज महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन पर्व पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती (Uma Bharti) सीहोर के प्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर (Shri Chintaman Ganesh Temple) पहुंची। जहां पर उन्होंने दर्शन करने के बाद शराबबंदी से लेकर बंगाल चुनाव (Bengal election) के लिए मीडिया से चर्चा की। जहां एक तरफ शराबबंदी के लिए उमा भारती ने कहा कि वह अपने निर्णय पर कायम है वही दूसरी तरफ बंगाल चुनाव के लिए कहा कि टीएमसी (TMC) 30 से 35 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी।

यह भी पढ़ें…MP Board : 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिये ये बड़ा निर्णय, आदेश जारी

बंगाल चुनाव को लेकर उमा भारती का बयान
मंदिर दर्शन करने पहुंची उमा भारती से जब बंगाल चुनाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, बंगाल में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पटखनी खाएंगी, बामुश्किल 35 सीट ही ममता की टीएमसी इस विधानसभा चुनाव में ला पाएंगी। उन्होंने टीएमसी की तुलना कांग्रेस (Congress) से करते हुए कहा कि 2003 में जो मध्यप्रदेश में कांग्रेस का हाल हुआ था, वही बंगाल में टीएमसी का होगा। वहीं पश्चिम बंगाल में कार्यकर्ताओं के हमले पर उन्होंने कहा कि वहां की खूनी प्रकृति है। ममता बनर्जी अपने विरोधियों से विचार से नहीं लड़ती। वह तलवार ,डंडे, बंदूक से अपने विरोधियों से लड़ती हैं। उनकी प्रकृति हिंसक है। कार्यकर्ताओं की यह प्रकृति वामपंथियों से आई है। और जैसे ही हमारी सरकार वहां बनेगी इस पर काबू होगा।

शराबबंदी के स्टैंड पर मैं कायम हूं- उमा भारती
पत्रकारों से चर्चा के दौरान शराबबंदी को लेकर उमा भारती ने कहा कि, मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा (BD Sharma) मेरे साथ हैं। शिवराज (shivraj ) और बीडी शर्मा भी शराब को बिलकुल नहीं पसंद करते। बिहार और गुजरात मॉडल पर मध्य प्रदेश में शराबबंदी होनी ही चाहिए मेरा नया संकल्प फ़िलहाल ये है कि प्रदेश में दो नंबर के शराब कारोबार पर प्रभावी रोक लगनी चाहिए। इससे प्रदेश में नया बदलाव आएगा। लॉकडाउन में जब शराब की दुकानें बंद थी ,तो एक भी व्यक्ति शराब पीने से नहीं मारा। जबकि कोरोना ,हार्टअटैक से लोगों की मौत हुई थी। लेकिन शराब पीने से नहीं। लेकिन जैसे ही शराब की दुकानें खुली ,लोग जहरीली शराब से मरने लगे तभी मुझे यह विचार आया था कि शराब मानवता की शत्रु है। इसलिए नशाखोरी और शराबखोरी बंद होनी चाहिए। इस मामले में जो मीडिया मेरे बारे में बार-बार कहता है कि मैं ने यू-टर्न लिया तो उन्होंने कहा कि मैं ट्वीट करती हूं और आंदोलन नहीं अभियान होगा। आंदोलन और अभियान में फर्क होता है, आंदोलन किसी मुद्दे पर सरकार के खिलाफ होता है ,वही अभियान सरकार वही अभियान में सरकार शामिल रहती है।

यह भी पढ़ें…Mahashivratri Special: यह है दुनिया का एकमात्र ऐसा शिवलिंग जहां चढ़ता है सिंदूर


About Author

Harpreet Kaur

Other Latest News