ग्वालियर, डेस्क रिपोर्ट। ग्वालियर-चम्बल संभाग (Gwalior-Chambal Division Flood) पर इस बार इंद्रदेवता इतने मेहरबान हो गए हैं कि लोग अब त्राहिमाम करने लगे हैं। भारी बारिश के चलते (heavy rain) दोनों संभागों से निकलने वाली, चम्बल, पार्वती, सिंध सही अन्य सभी नदियां उफान पर हैं। बांधों से छोड़े जा रह पानी ने नदियों का जलस्तर और बढ़ा दिया है।
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जलस्तर बढ़ने से संभाग के कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, कई गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बचाव दल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने में लगे हैं, सेना भी बचाव कार्य में जुटी हैं, सेना के हेलीकॉप्टर बाढ़ में फंसे लोगों को निकाल रहे है , SDRF और NDRF दल लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेज रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर चम्बल संभाग के हालात पर पैनी नजर बनाये हुए हैं।
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- डबरा के भितरवार क्षेत्र में बाढ़ के पानी ने हालात बिगाड़ दिए हैं। ग्राम पंचायत पाबाया में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में लगी है वहीं कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और एसपी अमित सांघी भी मौक़े पर मौजूद हैं तीस से चालीस लोगों के फँसे होने की आशंका है। पंचायत सरपंच मुकेश भार्गव और ग्रामीण भी बचाव कार्य में जुटे हैं।
- मुरैना जिले से मिली जानकारी के मुताबिक चम्बल नदी खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर बह रही है। अभी चंबल 138. 50 मीटर के जल स्तर पर आ गई है। चम्बल नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जल स्तर बढ़ने के साथ ही पोरसा के ग्राम भूप का पुरा में प्रशासन ने लोगों से गांव खाली करने के लिए मुनादी करा दी है। पिछले दो घण्टे में चंबल का जल स्तर करीब आधा मीटर बढ़ चुका है। जिले के उसैद घाट पर चंबल का पानी निरंतर बढ़ता जा रहा है।
- बारिश के कारण जहां चंबल डेंजर जोन में पहुंच चुकी है। वहीं दूसरी तरफ क्वारी नदी भी उफान पर है। जिसके कारण क्वारी नदी के बगल में मौजूद केथोदा गांव में पानी भर गया है। पानी भरने के कारण वहां के लोग पलायन करने को मजबूर हैं।ग्रामीण अपने सिर पर अपने घर का सामान लेकर घरों से बाहर निकल रहे है।उनको डर है कि कहीं बाढ़ में न फस जाएं।इसके साथ ही पोरसा के रैपुरा घाट से चंबल का पानी गांवों में घुसने लगा है।
- सिंध नदी पर बना ग्वालियर दतिया को जोड़ने वाला लांच पुल टूट गया है ये लांच और इंदरगढ के रास्ते में बना था . पानी के तेज बहाव के कारण पल टूट गया है , पुल के ऊपर से पानी बह रहा है, पिछोर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौक़े पर मौजूद हैं।
- भिण्ड जिले से खबर आ रही है कि चम्बल नदी में पानी तेजी से बढ़ रहा है, बरही पुल पर नदी का जल स्तर 121.11 मीटर पर पहुँच गया है जो खतरे के निशान से मात्र 0.89 नीचे है। नदी के किनारे के कई गांवों के पास तक पानी पहुँच गया है।
- शिवपुरी इलाके में 1500 यात्रियों से भरी हुई इंटरसिटी एक्सप्रेस बाढ़ के पानी में फंस गई। रेलवे की तरफ से स्थानीय प्रशासन से मदद मांगी गई हालांकि इसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं और ट्रेन के चारों तरफ पानी भरा हुआ है
- इस मामले में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मंत्रालय के सचिव कंट्रोल रूम पर मुख्यमंत्री खुद बैठे हुए हैं और ग्वालियर चंबल संभाग सहित सभी जिलों में आई बाढ़ को लेकर आपात बैठक कर रहे हैं और पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं इस दौरान इस इलाके में एक और अफवाह फैल गई कि हरसी डैम टूट गया है जिसके फैलने के बाद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
- गृह मंत्री ने बताया कि डैम टूटने की खबर महज अफवाह है गृह मंत्री ने यह भी बताया कि डैम टूटने की अफवाह फैलने के बाद कई लोग लखेश्वरी माता मंदिर की पहाड़ी पर चढ़ गए लोगों से ग्रह मंत्री ने अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाएं और ना ही अफवाह में आए सरकार हर तरह से बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में जुटी हुई है।
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- शिवपुरी और श्योपुर के हालात बहुत खराब हैं यहाँ बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने सेना के हेलीकोप्टर की मदद ली जा रही हैं। सेना के हेलीकॉप्टर ग्वालियर से इन जगहों के लिए उड़ान भर चुके हैं।
- शिवपुरी के ग्राम बिछी में तीनों युवकों को बाहर निकाल लिया है, 24 घंटे से नदी के बीच में पेड़ पर बाढ़ में घिरे हुए थे। SDRF की टीम ने सुरक्षित निकाला। शिवपुरी, श्योपुरकला, ग्वालियर और दतिया में बचाव कार्य के लिए सेना बुलाने के आदेश जारी।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की प्रधानमंत्री से फोन पर विस्तृत चर्चा । मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया ।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को मध्यप्रदेश में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी ।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में सेना की मदद के लिए भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को प्रदेश के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिया ।
- ग्वालियर जिले के डबरा के पास सेमरी गांव में नदी में दो युवकों के फंसे होने की सूचना मिलने पर एसडीएम प्रदीप शर्मा और एसडीओपी विवेक शर्मा ने कमान संभाली औरफिर एनडीआरएफ की टीम ने मोटर बोट के सहारे युवकों को सकुशल बाहर निकाला।
- भारी बारिश के कारण सिंध पुल में दरारें आ गई है। हादसे की आशंका के चलते आवागमन को बंद कर दिया गया है आसपास के गांव खाली हो गए हैं।
- मणिखेड़ा डैम से लगभग 10000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण दतिया जिले के सेवढ़ा का प्रसिद्द सनकुआ धाम जलमग्न हो गया। घाटों पर सुबह 4:00 बजे से अचानक जल स्तर तीव्र गति से बढ़ रहा था जिसके कारण सिंध नदी से लोगों को दूर रहने की चेतावनी दी गई। मंगलवार को यह जलस्तर सनक, सनन्दन, सनातन, सनत कुमार की तपोस्थली , सनकुआ धाम पर प्राचीन छोटा पुल, काली माता मंदिर व संकुआ कुंड समेत 2 दर्जन से अधिक छोटे बड़े मंदिर सिंध नदी के जल से डूब गए।
- ग्वालियर जिले के मोहना और शिवपुरी के बीच रेलवे ट्रैक पर अत्यधिक बरसात का पानी आने के चलते सोमवार को ग्वालियर से चलकर इंदौर जाने वाली इंटरसिटी (01126) मंगलवार सुबह तक मोहना और शिवपुरी के बीच फंसी रही, सुबह ट्रैन को टर्मिनेट कर दिया गया। वहीं, मंगलवार 03 अगस्त को रतलाम-ग्वालियर इंटरसिटी (02125) को निरस्त कर दिया गया है। बुधवार को ट्रेन ग्वालियर नहीं आएगी। मंगलवार को इंदौर, उज्जैन, व्यावरा, गुना, शिवपुरी के रास्ते ग्वालियर आने वाली इंटरसिटी को गुना से डायवर्ट कर ललितपुर, झांसी के रास्ते ग्वालियर लाया गया। वहीं, ग्वालियर से भोपाल जाने वाली इंटरसिटी को शिवपुरी से भोपाल के बीच चलाया गया। ट्रेन ग्वालियर से शिवपुरी के बीच निरस्त कर दी गई है।
बचाव व राहत कार्यों के लिए जिला प्रशासन द्वारा कॉर्डिनेट्स दिए जा चुके हैं। प्राथमिकता के आधार पर नागरिक जो कि पेड़ों या मकानों की छत पर फंसे हुए हैं उन्हें रेस्क्यू किया जाएगा। @IAF_MCC #ShivpuriFloodRelief #JansamparkMP pic.twitter.com/qgIPJlxIHD
— Jansampark MP (@JansamparkMP) August 3, 2021