मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। इंटरव्यू नहीं देने पर भारतीय विकेटकीपर/बल्लेबाज रिद्धिमान साहा के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के वाले पत्रकार बोरिया मजमूदार पर BCCI ने बड़ा एक्शन लेते हुए दो साल का बैन लगाया है। इस दौरान उन्हें किसी भी क्रिकेट स्टेडियम या प्रेस कांफ्रेंस में आने के इजाजत नहीं होगी। बीसीसीआई के अंतरिम सीईओ हेमांग अमीन ने सभी स्टेट क्रिकेट बोर्ड्स को भी इस प्रतिबंध के बारे में सूचित कर दिया है।
मजमूदार ने व्हाट्सएप्प पर साहा को डराने और धमकाने वाले मैसेज भेजे थे। साहा ने बिना पत्रकार का नाम लिए इस चैट को ट्वीट कर दिया था, जिसके बाद रवि शास्त्री सहित तमाम पूर्व और वर्तमान क्रिकेटर्स ने पत्रकार की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इस मसले को बीसीसीआई ने तुरंत संज्ञान में लेते हुए तीन सदस्यों की टीम गठित की थी, जिसमें उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और पार्षद प्रभातेज सिंह भाटिया शामिल थे।

दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद टीम इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वास्तव में मजमूदार की भाषा धमकाने और डराने वाली थी। जिसके बाद 3 सदस्यीय समिति ने बीसीसीआई एपेक्स काउंसिल से 2 साल के प्रतिबंध की सिफारिश की थी। एपेक्स काउंसिल ने भी समिति की सिफारिश पर सहमति जताई और बोरिया मजूमदार पर दो साल का बैन लगाने का फैसला किया।
बता दे साहा ने ट्वीट कर पत्रकारिता पर सवाल उठाए थे, जहां उन्होंने लिखा था – “भारतीय क्रिकेट में मेरे सभी योगदानों के बाद..एक तथाकथित ‘सम्मानित’ पत्रकार से मुझे यही सामना करना पड़ रहा है! पत्रकारिता यहां चली गई है।”
After all of my contributions to Indian cricket..this is what I face from a so called “Respected” journalist! This is where the journalism has gone. pic.twitter.com/woVyq1sOZX
— Wriddhiman Saha (@Wriddhipops) February 19, 2022
स्क्रीनशॉट में दिख रहा था कि पत्रकार ने उन्हें कई मैसेज भेजे हुए थे, जिसमें पत्रकार ने बड़े अग्रेसिव होकर कहा था कि साहा ने उनके फोन कॉल का जवाब नहीं दिया। इससे वह आहत हैं और अपने अपमान को दयालुता से नहीं लेते और ना ही कभी आगे से उनका इंटरव्यू करेंगे।
नाम सामने आने के बाद मजमूदार ने साहा पर आरोप लगाया था कि उनके मैसेज के साथ छेड़छाड़ की गई है और वो इसको लेकर अदालत का दरवाजा खटखटेंगे।