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Fri, Dec 19, 2025

Yogi Adityanath: 1 एकड़ में ₹1 लाख की कमाई, सीएम योगी ने बताए खेती से मुनाफा कमाने के आसान तरीके

Written by:Saurabh Singh
Published:
Yogi Adityanath: 1 एकड़ में ₹1 लाख की कमाई, सीएम योगी ने बताए खेती से मुनाफा कमाने के आसान तरीके
Yogi Adityanath: 1 एकड़ में ₹1 लाख की कमाई, सीएम योगी ने बताए खेती से मुनाफा कमाने के आसान तरीके

Yogi Adityanath

Yogi Adityanath: लखनऊ में शुरू हुए तीन दिवसीय आम महोत्सव का उद्घाटन करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को खेती में नए तरीके अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अब किसान अगर आधुनिक खेती करें, तो एक एकड़ ज़मीन से भी ₹1 लाख तक का शुद्ध मुनाफा कमा सकते हैं। खेती अब सिर्फ गुजारा चलाने का जरिया नहीं, बल्कि एक अच्छा व्यवसाय बन चुका है।

एक एकड़ में ₹1 लाख की कमाई

मुख्यमंत्री ने औरैया जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां एक किसान ने मक्का की खेती से ही एक एकड़ में ₹1 लाख की कमाई की है। इसके साथ वह साल में तीन फसलें – आलू, मक्का और धान उगाते हैं। यह आधुनिक खेती के सही तरीके अपनाने का परिणाम है। योगी ने किसानों से अपील की कि वे उद्यानिकी, औषधीय पौधों और इमारती लकड़ी वाले पेड़ों को भी अपनी खेती का हिस्सा बनाएं, जिससे न केवल आमदनी बढ़ेगी बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी मदद मिलेगी।

सीएम योगी ने किसानों से कहा

सीएम योगी ने किसानों से कहा कि वे बागवानी (जैसे फल-फूल की खेती), औषधीय पौधे और इमारती लकड़ी जैसे पेड़ भी उगाएं। इससे उन्हें ज्यादा आमदनी होगी और पर्यावरण को भी फायदा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को कृषि विज्ञान केंद्रों और नई तकनीकों से जुड़ना चाहिए ताकि उन्हें बेहतर जानकारी और बाज़ार मिल सके।

एक पेड़ मां के नाम

मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इस बार राज्य में 9 जुलाई को 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है। ये कदम पर्यावरण और खेती दोनों के लिए फायदेमंद होंगे।

योगी ने यूपी के अलग-अलग इलाकों में पाए जाने वाले खास आम जैसे लंगड़ा (वाराणसी), दशहरी (लखनऊ), अम्रपाली (बस्ती), अत्तौल (मेरठ-बागपत) और गौरजीत (गोरखपुर) की तारीफ की और कहा कि किसान इन किस्मों की अच्छी पैकिंग और बिक्री से ज्यादा कमाई कर सकते हैं।

सीएम ने सुझाव दिया कि हर जिले में आम महोत्सव हों, जहां किसान अपनी उपज दिखा सकें और बायर-सेलर मीटिंग हो सके। इससे किसानों को सही दाम मिलेंगे और खेती से उनकी जिंदगी बेहतर होगी।