युवराज सिंह करने जा रहे हैं क्रिकेट की पिच पर वापसी, पोस्ट के माध्यम से दी जानकारी।

खेल, डेस्क रिपोर्ट। हाल ही में चल रहे T20 विश्व कप 2021 में भारतीय टीम के प्रदर्शन ने करोड़ों हिंदुस्तानियों के दिलों को निराश कर दिया है। पहले पाकिस्तान और फिर न्यूजीलैंड से मिली करारी शिकस्त ने टीम के विश्वकप भारत लाने के सपने को चकनाचूर कर दिया है। अगर प्वाइंट टेबल और नेट रन रेट (point table and net run rate) के हिसाब से देखा जाए तो टीम का सेमी फाइनल में ना पहुंचना लगभग तय है। ऐसे में विस्फोटक ऑल राउंडर बल्लेबाज युवराज सिंह (yuvraj singh) ने एक पोस्ट कर करोड़ों हिंदुस्तानियों के चेहरे को खुशियों से भर दिया है ।

युवराज सिंह करने जा रहे हैं क्रिकेट की पिच पर वापसी, पोस्ट के माध्यम से दी जानकारी।
2011 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट (player of the tournament) रहे युवी ने पोस्ट में लिखा कि “भगवान आपका भाग्य तय करता है, जनता की डिमांड पर में फरवरी में फिर से क्रिकेट की पिच पर आऊंगा। आपका प्यार और दुआएं मेरे लिए काफी मायने रखती हैं। ऐसे ही साथ देते रहिए, कठिन समय में टीम को आपकी दुआओं की जरूरत है (God decides your destiny!!on public demand ill be back on the pitch hopefully in february ! Ain’t nothung like this feeling ! Thank you for your love and wishes, mean a lot to me! keep supporting india.It’s our team and a true fan will show his or her support in tough times)।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।