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Mon, Dec 15, 2025

LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए सामने आया बड़ा अपडेट, इस आधार पर तय की जाएगी आईपीओ की तारीख

Written by:Rishabh Namdev
यदि आप LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं? तो हम आपको बता दें कि कंपनी का आईपीओ एयूएम के आधार पर तय किया जा सकता है। चलिए जानते हैं LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ की टाइमलाइन को लेकर क्या अपडेट सामने आया है।
LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए सामने आया बड़ा अपडेट, इस आधार पर तय की जाएगी आईपीओ की तारीख

क्या आप भी LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं? यदि आप भी एलआईसी के म्युचुअल फंड के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है। दरअसल LIC म्युचुअल फंड के आईपीओ के टाइमलाइन को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के मुताबिक LIC म्युचुअल फंड का आईपीओ ऐसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) का 1 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंचने के बाद लाया जाएगा।

वहीं इसे लेकर कंपनी के एक अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई है कि ‘कंपनी द्वारा लक्ष्य रखा गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में 1 लाख करोड रुपए का एयूएम पार कर लिया जाए। फिलहाल LIC म्युचुअल फंड का एयूएम लगभग 38000 करोड रुपए का है।’

कंपनी ने बड़ी ग्रोथ हासिल की

दरअसल LIC म्युचुअल फंड के वित्त वर्ष 2023 के एयूएम पर नजर डाली जाए तो यह मात्र 16526 करोड रुपए का था। यानी कंपनी ने बड़ी ग्रोथ हासिल की है। हालांकि कंपनी को 62000 करोड़ का एयूएम और प्राप्त करना है। जिसके बाद इसका आईपीओ लाया जा सकता है। ऐसे में कंपनी के आईपीओ को लाने में समय लग सकता है। हालांकि इस ग्रोथ को देखते हुए निवेशकों द्वारा इस आईपीओ का इंतजार किया जा रहा है। एलआईसी म्युचुअल फंड का आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

कंपनी ने रखा यह लक्ष्य

वहीं इस दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आर के झा ने जानकारी दी कि इस बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए एलआईसी म्यूचुअल फंड की ओर से कई तरह की पहल की जा रही हैं। दअरसल आर के झा के मुताबिक कंपनी द्वारा जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एक विशाल नेटवर्क है ऐसे में इसका उपयोग करके अपने कार्यालयों का विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न मंचों पर डिस्ट्रीब्यूशन चैनल स्थापित किए गए है। वहीं कोअनी ने रिटेल निवेशकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए मिनिमम व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) राशि को कम कर दिया है।