आधार जरूरी दस्तावेजों में से एक है। भले ही यह नागरिकता साबित न करें लेकिन इसके बिना कई सरकारी काम पूरे नहीं हो सकते हैं। पैन से लेकर बैंक अकाउंट सभी इससे लिंक्ड होते हैं। अब तो वोटर आईडी कार्ड को भी इससे जोड़ना होगा। हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार कार्ड को लेकर बड़ा फैसला लिया है। नियमों में बदलाव किए हैं। इसमें मृतकों के आधार बंद करने और बच्चों के लिए आधार अपडेट के नए नियम शामिल हैं। अब केवाईसी सत्यापन प्रक्रिया में बदलाव होने जा रहा है।
बैंक सेविंग्स अकाउंट खोलने, लोन और अन्य वित्तीय कार्यों के लिए आधार बेस्ड सत्यापन की जरूरत पड़ती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रोसेस में भी बड़ा संशोधन होने जा रहा है। जिसकी जानकारी सभी यूजर्स को होनी चाहिए। ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। नया सिस्टम लागू होने पर यूजर्स को आधार केवाईसी प्रोसेस के लिए आधार नंबर, ओटीपी या बायोमेट्रिक की देने जरूरत नहीं पड़ेगी।
वर्तमान में क्या हैं नियम? (Aadhaar Card Rules)
वर्तमान में यूआईडीएआई केवाईसी के लिए तीन विकल्प ऑफर करता हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी, बायोमेट्रिक और ऑफ़लाइन केवाईसी शामिल हैं। इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी प्रोसेस में आधार नम्बर शेयर करने की जरूरत पड़ती है। ज्यादातर बैंक इसी प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हैं। बायोमेट्रिक केवाईसी इन पर्सन सत्यापन होता है। वहीं ऑफ़लाइन केवाईसी के लिए XML मेथड की सुविधा देता है
क्या बदल जाएगा?
अब एक्सएमएल की जगह क्यूआर और पीडीएफ़ जैसे ऑप्शन उपलब्ध होंगे। इससे आसानी से दस्तावेज शेयर कर सकते हैं। यह कदम ऑफलाइन आधार आधारित वेरिफिकेशन को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा है। जिसके लिए बायोमेट्रिक सत्यापन और ओटीपी की जरूरत भी नहीं पड़ेगी पूरा प्रोसेस यूजर्स के मर्जी से होगा।
जून में जारी आंकड़ों के मुताबिक यूआईडीएआई और MeitY ने कई स्टार्टअप वेबसाइट को ब्लॉक किया था, इनपर आधार विवरण का गलत इस्तेमाल करने का आरोप था। ऐसी गड़बड़ी कई सेक्टर में देखने को मिली थी। ऑफलाइन केवाईसी को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यह बदलाव होने वाला है।
मौत के बाद आधार बंद करना जरूरी
हालिया आंकड़ों के मुताबिक देशभर में करीब 1.17 करोड़ से अधिक आधार को बंद किया गया है। मृतक व्यक्तियों के आईडी प्रूफ का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद आधार कार्ड बंद करना अनिवार्य होता है। ताकि इनका गलत इस्तेमाल न हो। हाल ही में यूआईडी “My Aadhaar” पोर्टल पर एक खास सर्विस शुरू की है। इसका नाम “परिवार के सदस्य की मृत्यु की सूचना” है। इसके जरिए उपयोगकर्ता के परिजन मृतक की जानकारी देने आधार बंद करवा सकते हैं। इसके अलावा यूआईडीएआई 100 साल से अधिक आयुवर्ग वाले आधार नंबर को भी चेक कर रहा है। ताकि कन्फर्म हो सके व्यक्ति जीवित है या नहीं।





