NSE और BSE की निगरानी सूची से हटाया गया अदाणी एंटरप्राइजेज, निवेशकों के लिए खुशखबरी
अदाणी एंटरप्राइजेज को NSE और BSE की ओर से एएसएम फ्रेमवर्क में डाल दिया गया था। रेगुलेटर द्वारा ये कदम शेयर में अनिश्चित उतार-चढ़ाव रोकने के लिए उठाया गया था।
NSE और BSE : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने अदाणी एंटरप्राइजेज को छोटी अवधि की निगरानी प्रक्रिया यानी एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया है। एक्सचेजों की ओर से लिया गया ये फैसला अगले कारोबारी सत्र 8 मार्च से लागू हो जाएगा।
जनवरी के आखिरी हफ्ते में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट निकाली थी, जिसके बाद ग्रुप के शेयरों में तेज बिकवाली देखने को मिली थी। इस कारण एनएसई और बीएसई की ओर से अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट को एएसएम फ्रेमवर्क में डाल दिया था।
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अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट हो चुके हैं बाहर
रेगुलेटर की ओर से अदाणी ग्रुप की दो कंपनियों अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट को पहले ही 13 फरवरी को एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर किया जा चुका है। इसके बाद अब अदाणी एंटरप्राइजेज को भी नियामकों ने एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर करने का फैसला किया है। रेगुलेटर की ओर से कहा गया कि शेयर की खरीद बिक्री पर अब किसी भी तरह की कोई रोक नहीं होगी। अधिकतम मर्जिन की सीमा को 100 प्रतिशत तक कर दिया गया है।
पिछले महीने एनएसई और बीएसई ने अदाणी इंटरप्राइजेज समेत अदाणी समूह की तीन कंपनियों का लघु अवधि एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में शामिल किया था। अदाणी इंटरप्राइजेज के अलावा एक्सचेंजों ने अन्य जिन कंपनियों को इस फ्रेमवर्क में शामिल किया था वे अदाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमी जोन और अंबुजा सीमेंट थीं। हालांकि अदाणी पार्ट एंड स्पेशल इकोनॉमी जोन और अंबुजा सीमेंट को 13 फरवरी को इस सूची से बाहर कर दिया गया था।
अदाणी ग्रुप के शेयरों में तेजी
पिछले कुछ दिनों से अदाणी के शेयरों में तेजी जारी है। सोमवार को भी अदाणी इंटरप्राइजेज पांच प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ था। इसके साथ कई शेयरों में अपर सर्किट देखने को मिले थे। बता दें, अमेरिकी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स की ओर से बीते हफ्ते अदाणी ग्रुप की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। इसके बाद से ग्रुप के शेयरों में तेजी देखी जा रही है।