आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस का खास पेंशन प्लान, बुढ़ापे में नहीं होगी पैसों की कमी, मिलेगी रेगुलर इनकम की गारंटी, जानें डीटेल

Manisha Kumari Pandey
Published on -
pension plan

Pension Plan: आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस का सबसे नया और खास प्लान “निश्चित पेंशन प्लान (Nischchit Pension Plan)” है। यह एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग इंडिविजुअल पेंशन प्लान है। जिसके जरिए वरिष्ठ नागरिक आत्मनिर्भर बनकर अपने गोल्डन एज का मजा ले सकते हैं। इसमें बीमा कवरेज का लाभ भी मिलता है।

प्लान के फायदे

30 वर्ष से लेकर 70 वर्ष आयु का कोई भी व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। वेस्टिंग की उम्र न्यूनतम 45 वर्ष और अधिकतम 75 वर्ष होती है। प्लान के तहत फुली गरंटिड कॉर्पस का लाभ मिलता है। निवेशकों को प्रीमियम पेमेंट टर्म को चुनने का विकल्प भी मिलता ही। गरंटिड एडिशन और लॉयल्टी एडिशन भी मिलता रहता है।

प्रीमियम भुगतान के बारे में

प्रीमियम पेमेंट टर्म 5 वर्ष, 6 वर्ष, 8 वर्ष, 10 वर्ष और 12 वर्ष का होता है। जिसके लिए न्यूनतम टर्म “(PPT+5 ) वर्ष का होता है। अधिकतम पॉलिसी टर्म 35 वर्ष होता है। प्रीमियम की न्यूनतम राशि 20 हजार रुपये सलाना है। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती है। पेंशन की राशि निवेश और अवधि पर निर्भर करती है।

ये रहा कैलकुलेशन

यदि कोई व्यक्ति 35 वर्ष के उम्र में 1 लाख रुपये का निवेश करता है। 60 वर्ष वेस्टिंग उम्र, 25 वर्ष पॉलिसी टर्म, एनुयाल प्रीमियम पेमेंट मोड और 10 वर्ष का प्रीमियम पेमेंट टर्म चुनता है। तो उसे  60 वर्ष की उम्र में करीब 39,37,000 लाख रुपये वेस्टिंग बेनेफिट मिलेगा।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी स्कीम/प्लान/शेयर मार्केट में निवेश की सलाह नहीं देता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News