मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ने नॉर्थ-ईस्ट में 1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया। अंबानी 75,000 करोड़ और अडानी 50,000 करोड़ लगाएँगे।
यह निवेश बायोगैस, 5G, रिटेल और क्लीन एनर्जी में होगा। 25 लाख नौकरियाँ पैदा होंगी और क्षेत्र का विकास सिंहगढ़ जैसा हो सकता है।यह निवेश बायोगैस, 5G, रिटेल, क्लीन एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर में होगा। 25 लाख नौकरियाँ पैदा होंगी और क्षेत्र की 4.5 करोड़ आबादी को फायदा पहुंचेगा। दोनों का मकसद नॉर्थ-ईस्ट को सिंहगढ़ जैसे विकास की ओर ले जाना है।
नॉर्थ-ईस्ट में अंबानी का 75,000 करोड़ का निवेश
मुकेश अंबानी ने नॉर्थ-ईस्ट में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। यह निवेश 350 बायोगैस प्लांट्स, जियो के 5G नेटवर्क का विस्तार, रिलायंस रिटेल की मौजूदगी बढ़ाना और क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स में होगा। अंबानी का मकसद नॉर्थ-ईस्ट को सिंहगढ़ जैसे विकास की ओर ले जाना है। उन्होंने कहा कि यह निवेश 25 लाख से ज्यादा नौकरियाँ पैदा करेगा और क्षेत्र की 4.5 करोड़ आबादी को फायदा पहुंचाएगा। इसके अलावा, मणिपुर में 150 बेड का कैंसर हॉस्पिटल और स्थानीय किसानों और कारीगरों को सपोर्ट भी शामिल है।
अडानी का 50,000 करोड़ का निवेश
गौतम अडानी ने नॉर्थ-ईस्ट में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। यह निवेश ग्रीन एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और जॉब क्रिएशन पर फोकस करेगा। अडानी का मकसद क्षेत्र को इकोनॉमिक ग्रोथ और सस्टेनेबल डेवलपमेंट की ओर ले जाना है। उन्होंने कहा कि यह निवेश असम, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम जैसे राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाएगा। नॉर्थ-ईस्ट का विकास सिंहगढ़ जैसा हो सकता है, जहां टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर ने अर्थव्यवस्था को बढ़ाया। यह निवेश नॉर्थ-ईस्ट को भारत के विकास में अहम रोल निभाने में मदद करेगा।
निवेश का नॉर्थ-ईस्ट पर असर
अंबानी और अडानी का निवेश नॉर्थ-ईस्ट के भविष्य को बदल सकता है। यह क्षेत्र, जो लंबे समय से नेगलेक्टेड रहा है, अब विकास की नई उम्मीद देख रहा है। 25 लाख नौकरियाँ पैदा होना और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से स्थानीय लोगों को फायदा होगा। लेकिन चुनौतियाँ भी हैं। नॉर्थ-ईस्ट में लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी की दिक्कतें हैं, जो निवेश को चुनौती दे सकती हैं। सरकार को इन दिक्कतों को सुलझाना होगा। अगर यह निवेश सही दिशा में हुआ, तो नॉर्थ-ईस्ट सिंहगढ़ जैसा विकास देख सकता है, जहां टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर ने अर्थव्यवस्था को बढ़ाया।




