रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी को कार्यकारी निदेशक बनाया है। 30 साल के अनंत को 1 मई 2025 से यह जिम्मेदारी सौंपी गई। कंपनी ने शेयरहोल्डर्स को बताया कि अनंत को सालाना 10 से 20 करोड़ रुपये की सैलरी मिलेगी। इसके अलावा, उन्हें कंपनी के मुनाफे पर कमीशन और कई खास सुविधाएं भी दी जाएंगी। यह कदम रिलायंस के भविष्य की योजना का हिस्सा है, जिसमें अगली पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने की तैयारी हो रही है।
अनंत पहले रिलायंस में गैर-कार्यकारी निदेशक थे। अब कार्यकारी निदेशक के तौर पर उनकी भूमिका बड़ी हो गई है। वो रिलायंस के एनर्जी सेक्टर, खासकर नई ऊर्जा और रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस करेंगे। इसके साथ ही वो जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में भी अहम रोल निभा रहे हैं। उनकी नियुक्ति को शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के लिए पोस्टल बैलट के जरिए रखा गया है। अनंत का ये रोल कंपनी के लिए नई दिशा तय करने में अहम साबित हो सकता है।

अनंत की नई भूमिका और रिलायंस की रणनीति
अनंत अंबानी की नई जिम्मेदारी रिलायंस के सक्सेशन प्लान का हिस्सा है। 2023 में मुकेश अंबानी ने अपने तीनों बच्चों – आकाश, ईशा और अनंत को रिलायंस के बोर्ड में शामिल किया था। अनंत अब रिलायंस की तेल रिफाइनिंग, न्यू एनर्जी और रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स की देखरेख करेंगे। वो कंपनी के विनाइल चेन और स्पेशियलिटी पॉलिएस्टर प्रोजेक्ट्स में भी शामिल हैं। इसके अलावा, अनंत वनतारा प्रोजेक्ट के जरिए वन्यजीव संरक्षण और सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल की गतिविधियों में योगदान दे रहे हैं। उनकी ये भूमिका कंपनी को ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल बिजनेस की दिशा में ले जा सकती है।
रिलायंस में सक्सेशन की नई लहर
रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है, और इसका सक्सेशन प्लान लंबे समय से चर्चा में है। मुकेश अंबानी ने अपने बच्चों को अलग-अलग सेक्टर्स में जिम्मेदारियां दी हैं। आकाश जियो के टेलीकॉम बिजनेस को संभाल रहे हैं, जबकि ईशा रिलायंस रिटेल और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में अहम रोल निभा रही हैं। अनंत की नई भूमिका एनर्जी सेक्टर को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है। उनकी सैलरी और सुविधाएं, जैसे मेडिकल रिइंबर्समेंट और सिक्योरिटी कवर, उनकी जिम्मेदारी के स्तर को दिखाती हैं। यह प्लान 2002 में धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद हुए पारिवारिक विवादों से सबक लेते हुए बनाया गया है, ताकि भविष्य में कोई टकराव न हो।