जल्द निपटा लें बैंक से संबंधित सभी जरूरी काम, 5 से 15 नवंबर के बीच इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, हो सकती है कई दिक्कत

Pooja Khodani
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November Bank Holidays 2023 : बैंक यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण खबर है। अगर बैंक संबंधित कोई भी काम है तो बैंक यूजर्स फटाफट निपटा लें क्योंकि 5 से 15 नवंबर के बीच लगातार 7 दिन बैंक बंद रहने वाले है। बैंक की छुट्टियों के चलते कस्टमर्स के बैंकों से जुड़े कामों पर असर पड़ सकता है, हालंकि ऑनलाइन सेवाएं सेवाएं जारी रहेगी, लेकिन चेकबुक-पासबुक के काम प्रभावित हो सकते है।

आरबीआई की तरफ से जारी लिस्ट के मुताबिक नवंबर की छुट्टियों में धनतेरस, रुप चौदस और दिवाली अलावा अन्य त्यौहारों के साथ शनिवार रविवार की छुट्टियां शामिल है। नंवबर माह में 4 रविवार पड़ रहे हैं।राज्य विशेष के आधार पर सभी सार्वजनिक छुट्टियों और कुछ क्षेत्रीय छुट्टियों पर बैंक बंद रहेंगे। क्षेत्रीय छुट्टियाँ राज्य सरकार द्वारा तय की जाती हैं।हर राज्यों के पर्व अलग-अलग होते हैं इसलिए इन छुट्टियों की संख्या घट-बढ़ सकती है।

ये सभी ऑनलाइन सेवाए रहेंगी जारी

  • बैंक की छुट्टियों के दौरान कस्टमर्स ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग ले सकते है, क्योंकि यूपीआई (UPI), मोबाइल बैंकिंग (Mobile Banking), इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) जैसी डिजिटल सेवाओं (Digital Banking) पर बैंक हॉलीडे का कोई असर नहीं होता है।
  • UPI के द्वारा भी पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं, वहीं कैश विड्रॉल के लिए आप एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • नेट बैंकिंग (Net Banking), एटीएम (ATM), डिजिटल पेमेंट के जरिए भी अपने काम कर सकते हैं।
  • क्रेडिट, डेबिट कार्ड का भी आसानी से यूज कर सकते हैं। पैसों को आप एक खाते से दूसरे खाते में नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए ट्रांसफर कर सकते हैं।

नवंबर में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक

  • 5 नवंबर 2023, रविवार
  • 10 नवंबर 2023, शुक्रवार: वंगाला महोत्सव
  • 11 नवंबर 2023, दूसरा शनिवार
  • 12 नवंबर 2023, रविवार
  • 13 नवंबर 2023, सोमवार: गोवर्धन पूजा/लक्ष्मी पूजा (दीपावली)/दिवाली
  • 14 नवंबर 2023, मंगलवार: दिवाली (बाली प्रतिपदा)/दीपावली/विक्रम संवंत नव वर्ष दिवस/लक्ष्मी पूजा
  • 15 नवंबर 2023, बुधवार: भाईदूज/चित्रगुप्त जयंती/लक्ष्मी पूजा (दीपावली)/निंगोल चक्कौबा/भ्रातृद्वितीया

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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