अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं या करना चाहते हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। अब KYC यानी “अपने ग्राहक को जानें” प्रक्रिया को पूरा करना बहुत आसान हो गया है। निवेशकों को अब KYC के लिए अलग-अलग जगह भागदौड़ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डाक विभाग यानी इंडिया पोस्ट ने एक नया कदम उठाया है, जिसके तहत देशभर के पोस्ट ऑफिस अब म्यूचुअल फंड KYC में आपकी मदद करेंगे।
क्या मदद करेगा पोस्ट ऑफिस?
17 जुलाई 2025 को जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, डाक विभाग ने एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत देशभर के 1.64 लाख से ज्यादा पोस्ट ऑफिस अब KYC वेरिफिकेशन और डॉक्यूमेंट कलेक्शन में निवेशकों की मदद करेंगे। पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी KYC फॉर्म भरने में, जरूरी डॉक्यूमेंट्स को जांचने और उन्हें म्यूचुअल फंड कंपनियों तक पहुंचाने का काम करेंगे। इससे खासतौर पर छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले निवेशकों को बहुत फायदा होगा।
KYC क्या होता है और क्यों जरूरी है?
KYC यानी “Know Your Customer” एक जरूरी प्रक्रिया है जो आपके नाम, पहचान और पते को सत्यापित करने के लिए होती है। इसमें आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, बिजली बिल जैसे डॉक्यूमेंट्स जमा करने होते हैं। KYC का उद्देश्य है वित्तीय धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना और पारदर्शिता बढ़ाना। बिना KYC के आप म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं कर सकते।
म्यूचुअल फंड में KYC से जुड़े नए नियम और चेक करने का तरीका
1 अप्रैल 2025 से म्यूचुअल फंड निवेश में कुछ नए नियम लागू हो चुके हैं:- अब KYC के लिए आधार और पैन दोनों का वेरिफिकेशन जरूरी हो गया है। अगर आपने पहले बिना इन दोनों दस्तावेजों के KYC किया है, तो अब दोबारा KYC कराना होगा। अगर KYC अधूरी या गलत है, तो आप नया निवेश नहीं कर पाएंगे।
KYC स्टेटस कैसे चेक करें?
अपनी म्यूचुअल फंड कंपनी या CAMS, KFintech जैसी रजिस्ट्रार वेबसाइट पर जाएं। वहां “KYC Status” का लिंक चुनें। 10 अंकों वाला पैन नंबर दर्ज करें। स्क्रीन पर आपको “Validated”, “Registered”, “On Hold” या “Rejected” जैसे स्टेटस दिखेगा।





