नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत की ज्यादातर आबादी खेती पर निर्भर करती है। यहाँ खेती लोगों के जीवन का आधार है और अपनी कमाई के लिए अधिकतम किसान अपनी फसलों पर ही निर्भर रहते हैं। खेती से बंपर कमाई की जा सकती है, उसके लिए बिजनेस का ज्ञान (Business Idea) जरूरी होता। देश में किसानों की आर्थिक हालत बुरी होती है। खेती को सबसे कम आमदनी वाला क्षेत्र माना जाता। फसलों की सही कीमत ना मिलने के कारण किसान असन्तुष्ट होते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग ने जो खेती ने लाखों की कमाई करते हैं। कई ऐसे किसान हैं जो खेती से अमीर भी बन चुके हैं। कई ऐसे पेड़-पौधे हैं जिनका व्यापार करने से किसानों को करोड़ों की कमाई होती। इसी प्रकार के पौधों में से एक मेहंदी का पौधा है।
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अपने मेहंदी का इस्तेमाल हाथों और बालों के लिए देखा होगा। महिलाओं हाथों और बालों में इसके पत्ते का पेस्ट लगाती हैं। इसमें लसोंन नाम का केमिकल होने के कारण यह लाल रंग देता है। शादी और त्योहारों में इसका इस्तेमाल भी जमकर होता है। इतना ही नहीं मेहंदी के पत्तों का इस्तेमाल कई चर्म रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। आइए जानें आप कैसे मेहंदी की पत्तियों का व्यापार कर सकते हैं।
मेहंदी की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की मेंड बांधकर खेत को समतल कर लें। इसके बाद कल्टीवेटर या डिस्क की मदद से जुताई करें और फिर जमीन को भुरभुर बना लें। जब आप खेत की जुताई के अंतिम चरण में पहुँच जाए तब मिट्टी में 10-15 टन सड़ी देशी खाद मिलाएं। मेहंदी की खेती के लिए सबसे अनुकूल जलवायु शुष्क से उष्णकटिबंधीय और समान्य गर्म होती है। आप चाहें तो मेहंदी के पौधे नर्सरी से भी ला सकते हैं। हालांकि खुद ने पौधारोपण करना अधिक मुनाफा देगा।
एक हेक्टर की जमीन पर आपको 6 किलो बीज की जरूरत पड़ेगी। क्यारियों को तैयार करके इसकी बुवाई करें। मेहंदी के पौधों को तैयार होने में 1 साल का समय लगता है। एक बार पौधे स्थापित होने के बाद 20-25 तक अपके काम आते हैं। मेहंदी की पत्तियों को राबी ऋतु में अन्य फसलों के साथ उगाकर बंपर कमाई की जा सकती है। हालांकि पहले साल में इसकी उपज क्षमता 5-10% तक ही होती है, लेकिन कुछ साल बाद इसकी उपज बढ़ जाती है।