Business Idea: मेहंदी की खेती कर देगा आपको मालामाल, कम लागत में मिलेगा तगड़ा मुनाफा, करें ये काम

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत की ज्यादातर आबादी खेती पर निर्भर करती है। यहाँ खेती लोगों के जीवन का आधार है और अपनी कमाई के लिए अधिकतम किसान अपनी फसलों पर ही निर्भर रहते हैं। खेती से बंपर कमाई की जा सकती है, उसके लिए बिजनेस का ज्ञान (Business Idea) जरूरी होता। देश में किसानों की आर्थिक हालत बुरी होती है। खेती को सबसे कम आमदनी वाला क्षेत्र माना जाता। फसलों की सही कीमत ना मिलने के कारण किसान असन्तुष्ट होते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग ने जो खेती ने लाखों की कमाई करते हैं। कई ऐसे किसान हैं जो खेती से अमीर भी बन चुके हैं। कई ऐसे पेड़-पौधे हैं जिनका व्यापार करने से किसानों को करोड़ों की कमाई होती। इसी प्रकार के पौधों में से एक मेहंदी का पौधा है।

यह भी पढ़े… Railway Recruitment: यहाँ निकली कई पदों भर्ती, 12वीं पास भी कर सकते हैं आवेदन, यहाँ जानें डिटेल्स

अपने मेहंदी का इस्तेमाल हाथों और बालों के लिए देखा होगा। महिलाओं हाथों और बालों में इसके पत्ते का पेस्ट लगाती हैं। इसमें लसोंन नाम का केमिकल होने के कारण यह लाल रंग देता है। शादी और त्योहारों में इसका इस्तेमाल भी जमकर होता है। इतना ही नहीं मेहंदी के पत्तों का इस्तेमाल कई चर्म रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। आइए जानें आप कैसे मेहंदी की पत्तियों का व्यापार कर सकते हैं।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"