आज के समय में देश तेजी से स्वच्छता की ओर अग्रसर हो रहा है। इसे लेकर स्वच्छ भारत अभियान भी शुरू किया गया था, जो अभी भी चल रहा है। लेकिन इसके बावजूद हमारे आसपास ऐसी कई जगहें हैं, जहां कचरे का ढेर देखने को मिल जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कचरे के ढेर से एक यूनिक बिजनेस आइडिया भी तैयार किया जा सकता है, जिससे भारी कमाई की जा सकती है? अगर आपने यह सोचा है कि यह सिर्फ एक कचरे का ढेर है, तो आप गलत हैं।
दरअसल, इससे मोटी कमाई की जा सकती है। आप एक सफल बिजनेसमैन बन सकते हैं। इस स्मार्ट कचरा प्रबंधन स्टार्टअप से आप न केवल पर्यावरण को साफ रखेंगे, बल्कि अच्छी खासी कमाई भी कर सकेंगे। चलिए जानते हैं आखिर यह बिजनेस आइडिया क्या है।

आइडिया क्या है?
इस आइडिया के लिए आपको यह समझना होगा कि क्या आपके शहर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी मॉडल तकनीक है और कचरे को मैनेज करने का तरीका कैसा है। इसके लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ नई तकनीकों पर काम करना होगा, जिससे डस्टबिन भरने पर सूखा और गीला कचरा अलग करने के लिए ज्यादा मेहनत न करनी पड़े।
लोगों को इससे जोड़ें
इसके बाद आपको एक ऐसा ऐप तैयार करना होगा जिससे आप कचरे की रीसाइक्लिंग के लिए पूरी जानकारी इकट्ठा कर सकें। यानी, जो लोग कचरा दे रहे हैं, उन्हें यह जानकारी मिल सके कि उनका कचरा रीसाइक्लिंग के लिए कितना गया और उसका पर्यावरण पर क्या असर पड़ा। इससे लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूक होंगे। अगर आप चाहें तो अपने मोबाइल ऐप में ऐसे फीचर्स भी रख सकते हैं कि जितना ज्यादा कचरा रीसाइक्लिंग के लिए दिया गया है, उतने ही ज्यादा पॉइंट्स उन्हें दिए जाएंगे। इसके अलावा छोटे-मोटे डिस्काउंट कूपन या रिवॉर्ड्स भी उन्हें मिल सकते हैं।
कैसे होगी इस बिजनेस से कमाई
अगर आज के समय में आप पर्यावरण के लिए सोचते हैं, तो आपका बिजनेस तेजी से आगे बढ़ेगा। आपके द्वारा रीसाइक्लिंग किए गए कचरे से आप कौन सा नया प्रोडक्ट बनाते हैं, इस पर भी आपका बिजनेस निर्भर करेगा। कोई ऐसा उत्पाद बनाना जो लोगों के काम आए, तो लोग तेजी से जुड़ेंगे और आपका ब्रांड भी पसंद करेंगे। शुरुआत के लिए आप किसी छोटी जगह से शुरू कर सकते हैं। पहले आपको एक स्मार्ट डस्टबिन का निर्माण करना होगा और उसे किसी लोकल सोसाइटी में जाकर टेस्ट करना होगा, जिससे आपको यह अंदाजा हो सके कि इस आइडिया को लोग कितना पसंद कर रहे हैं। बता दें कि ऐसे आइडिया को सरकार की ओर से भी आसानी से फंडिंग मिल सकती है।