करवा चौथ पर शुरू करें ये 3 बिजनेस, होगा तगड़ा मुनाफा, इन्वेस्टमेंट भी बेहद कम, जानें डीटेल

Manisha Kumari Pandey
Published on -
business ideas

Business Ideas: करवा चौथ नजदीक है। यह त्योहार महिलाओं के लिए खास होता है। आप इस पर्व पर भी बिजनेस करके मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि इन कारोबारों को शुरू करने में खर्च भी बहुत कम पड़ता है। 10 हजार रुपये के कम बजट में भी आप इन बिजनेस को शुरू कर सकते हैं और मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।

हाथों में मेहंदी लगाने का बिजनेस

मेहंदी के बिना शृंगार अधूरा माना जाता है। इस दौरान मेहंदी लगाने वालों की मांग भी बढ़ जाती है। साथ ही रेट भी बढ़ जाता है। कई स्थानों पर लोग एक हाथ पर मेहंदी लगाने के लिए 300-500 रुपये चार्ज करते हैं। वहीं ब्राइडल मेहंदी का भाव और भी ज्यादा होता है। हालांकि आम दिनों में मेहंदी लगाने का रेट नहीं होता है। प्रत्येक महिला के हाथों पर 20-30 रुपये खर्च करके आप 500 रुपये से 1000 रुपये तक कमा सकते हैं।

थाली सजाने का बिजनेस

करवा चौथ में आप थाली सजाने का कारोबार करके तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। महिलाओं के मांग के हिसाब से आप उन्हें थाली को सजाकर दे सकते हैं और इसके लिए पैसे ले सकते हैं। इसके लिए पहले ही किसी कंपनी को डिजाइन थालियों का एडवांस ऑर्डर दे दें। एक थाली की कीमत 400-1000 रुपये तक होती है।

मेकअप का बिजनेस

करवा चौथ पर सभी महिलायें खूबसूरत दिखना चाहती हैं। जिसके लिए पार्लर में काफी भीड़ भी देखने को मिलती है। आप डोर-टू-डूर मेकअप और स्किनकेयर फ़ैसिलिटी प्रदान करके अच्छी कमाई कर सकते हैं। महिलाओं को तैयार करने की फीस ले सकते हैं। आप किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ कर भी यह कार्य कर सकते हैं।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों का दावा नहीं करता।)

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News