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Thu, Dec 18, 2025

छठी कक्षा में फेल होने के बाद भी नहीं मानी हार, मेहनत करके बनाई करोड़ों की कंपनी, पढ़ें पीसी मुस्तफा की Success Story

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
पीसी मुस्तफा का जन्म केरल के वायानाड के छोटे से गांव में हुआ था। मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करने के कारण उनकी शिक्षा दीक्षा इंग्लिश मीडियम में नहीं हो पाई थी।
छठी कक्षा में फेल होने के बाद भी नहीं मानी हार, मेहनत करके बनाई करोड़ों की कंपनी, पढ़ें पीसी मुस्तफा की Success Story

Success Story of PC Mustafa : अगर कोई गरीब व्यक्ति सफलता पाने के लिए ठान ले, तो वह कुछ भी कर सकता है क्योंकि उसने गरीबी को बहुत करीबी से देखा होता है। ऐसी सफलता की कहानी युवाओं के लिए सबसे ज्यादा प्रेरणादायक होती है। ऐसी ही एक सक्सेस स्टोरी आज हम आपको पीसी मुस्तफा के बारे में बताने जा रहे हैं, जो iD Fresh Food के CEO हैं। उन्होंने अपनी किस्मत खुद अपने हाथों लिखी है और आज वह किसी की पहचान को मोहताज नहीं है। बता दें कि उनकी कंपनी का टर्नओवर 3000 करोड रुपए से अधिक का है।

केरल में हुआ जन्म

पीसी मुस्तफा का जन्म केरल के वायानाड के छोटे से गांव में हुआ था। मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करने के कारण उनकी शिक्षा दीक्षा इंग्लिश मीडियम में नहीं हो पाई थी। उनके पिता दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते थे। पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं होने के कारण वह छठी क्लास में फेल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था और अपने पिता की खेती के काम में उनकी मदद करने लगे। इस दौरान वह हर दिन ₹10 कमाते थे, उन्होंने अपने परिवार का पेट पालने के लिए छोटे-मोटे काम भी किए। 10 साल की उम्र में अपने गांव में ही उन्होंने जलाऊ लकड़ी बेचना शुरू किया। इस दौरान उन्होंने 150 रुपए कमाए और पहली बार ही उसे इन्वेस्ट किया। इसके बाद उन्होंने एक बकरी बेचकर अपने परिवार के लिए गाय खरीदी, उस गाय के दूध से मिलने वाले पैसों से उन्होंने अपने परिवार का भरण पोषण किया।

50 हजार किया इन्वेस्ट

इसके साथ ही, उन्होंने अपनी शिक्षा दोबारा से शुरू की और अपनी सेविंग्स से उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन लिया। कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की के बाद उन्होंने मोटोरोला में आईटी की नौकरी पाई और दुबई में सिटी बैंक में नौकरी की, लेकिन उनका वहां मन नहीं लगा और वह जल्द ही भारत वापस लौट आए। इसके बाद उन्होंने आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए की पढ़ाई। इस दौरान वह अपने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर डोसा और इटली बनाने का काम करने लगे। इस तरह धीरे-धीरे वह आगे बढ़ने लगे और बाद में खुद की ब्रेकफास्ट फूड कंपनी की स्थापना की, जिसमें उन्होंने ₹50000 इन्वेस्ट किए। धीरे-धीरे उन्होंने आईडी फ्रेश फूड नाम के कंपनी की स्थापना की, जोकि अब एक ब्रांड बन चुकी है।