Wed, Dec 24, 2025

50 हजार रुपए से 25 हजार करोड़ तक का सफर, बड़ी दिलचस्प है राधेश्याम अग्रवाल की Success Story

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
50 हजार रुपए से 25 हजार करोड़ तक का सफर, बड़ी दिलचस्प है राधेश्याम अग्रवाल की Success Story

Success Story of Radheshyam Agarwal : सफलता पाने वाले इंसान किसी भी हद तक जा सकते हैं, क्योंकि उनके दिमाग में सवार जुनून उन्हें इस कदर पागल कर देता है कि वह सक्सेस पाने के लिए कड़ी-से-कड़ी मेहनत करने को भी तैयार होते हैं। कुछ लोगों की किस्मत काफी ज्यादा अच्छी होती है, तो कुछ लोगों की किस्मत थोड़ी खराब भी होती है। कई लोगों को सफलता की सीढ़िया पर तेजी से चढ़ने का मौका मिलता है, तो कुछ को बहुत ही धीमी गति से चढ़ने का मौका मिलता है, तो कुछ लोगों का बिजनेस अनसक्सेस भी हो जाता है, लेकिन असफलता के बावजूद जो लोग लगातार प्रयास करते जाते हैं वह एक-ना-एक दिन अवश्य सक्सेस पाते हैं। ऐसी ही एक स्टोरी आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जो बहुत ही दिलचस्प है। हालांकि, इस कंपनी के बारे में हम सभी ने बचपन से ही सुना है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इमामी लिमिटेड कंपनी के फाउंडर राधेश्याम अग्रवाल की सक्सेस स्टोरी बताते हैं।

कोलकाता से की पढ़ाई

राधेश्याम अग्रवाल कोलकाता के स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी की, जहां उनकी पहचान राधेश्याम गोयनका से हुई थी। दोनों की दोस्ती कृष्ण और सुदामा की तरह थी। शुरुआती दिनों में दोनों काफी अपने लक्ष्य को लेकर ज्यादा फोकस्ड थे। इधर, राधेश्याम अग्रवाल ने लॉ फील्ड में अपने करियर को संवारने का निर्णय लिया और कानून की पढ़ाई करने लगे। पढ़ाई के दौरान उन्होंने कॉस्मेटिक मैन्युफैक्चरिंग के फंडे पढ़े। तब उनके दिमाग में यह आइडिया आया कि उन्हें कुछ ऐसा कर दिखाना है कि वह पूरे कोलकाता में फेमस हो जाए। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बहुत सारी मैन्युफैक्चरिंग के काम में हाथ लगाया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने 20000 उधार लेकर नया बिजनेस शुरू करने की ठानी और उन पैसों से केमको केमिकल नाम की कंपनी शुरू की। उस वक्त इस कंपनी में उधारी व्यवसाय चलता था। जिसका असर उनके बिजनेस में देखने को मिला। देखते-ही-देखते उनकी सारी पूंजी खत्म हो गई। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने जिन-जिन ग्राहकों को पैसे उधार दिया था, उन्होंने वह पैसे नहीं लौटाए। ऐसे में वह निराश हो गए थे, लेकिन सफलता की जुनून ने उनके सपनों को एक बार फिर से दृढ़ बना दिया।

विदेशी कंपनियों को दी टक्कर

फिर उन्हें राधेश्याम गोयनका के पिता ने 1 लाख रुपए बिजनेस के लिए दिए। इसके बाद उन्होंने बहुत ही प्लानिंग के साथ इस बिजनेस की शुरुआत की। सबसे पहले उन्होंने एक रणनीति तैयार की, फिर साल 1974 में उन्होंने इमामी ब्रांड लॉन्च किया। उस दौर में देश में विदेशी कॉस्मेटिक कंपनियों का दबदबा था। जिसे इमामी ब्रांड ने टक्कर दिया और बाकी की विदेशी कंपनियों को मात दे दी। शुरुआती दिनों में इस कंपनी में कोल्ड क्रीम, टेलकम पाउडर और वैनिशिंग क्रीम मिलते थे। लोगों के बीच इसे काफी प्रसिद्धि मिली। हालांकि, उस दौरान मार्केट में पहले से ही पॉन्ड्स और हिंदुस्तान युनिलीवर जैसी कंपनियां मौजूद थी। ऐसे में उनके लिए इमामी ब्रांड को इन सबसे अलग बनाना बहुत बड़ा चैलेंजिंग काम था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने प्रोडक्ट को आकर्षित बनाया। आज यह इंडियन मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत बना चुकी है।

राधेश्याम अग्रवाल की नेट वर्थ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राधेश्याम अग्रवाल की नेट वर्थ 25000 करोड रुपए से भी अधिक का है। हर मंथ करोड़ों रुपए के प्रोडक्ट सेल किए जाते हैं। वर्तमान की बात करें तो इमामा ब्रांड की कंपनी 64 देश में अपना कारोबार जमा चुकी है। बता दें कि यह कॉस्मेटिक कारोबार तक ही नहीं, बल्कि एफएमसीजी, रिटेल, आर्ट, एडिबल, ऑयल, न्यू प्रिंट, फार्मेसी, हेल्थकेयर, बायोडीजल, सीमेंट और मसाले के क्षेत्र में भी अपने हाथ आजमा रही है। इस कंपनी के बहुत से फेमस ब्रांड जैसे नवरत्न, बोरोप्लस, फेयर एंड हैंडसम, झंडू बाम, आदि प्रोडक्ट्स है जोकि लोगों के बीच आज भी पहली पसंद बनी हुई है।