Tue, Dec 30, 2025

हर ऑफर लेटर वाले की होगी ज्वॉइनिंग, जानिए Infosys पर लगे आरोपों के बीच क्या बोले सीईओ सलिल पारेख

Written by:Rishabh Namdev
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क्या आप भी Infosys से ऑफर लेटर मिलने के बाद जोइनिंग का इंतजार कर रहे हैं। यदि ऐसा है तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। दरअसल जोइनिंग को लेकर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने बड़ा बयान दिया है।
हर ऑफर लेटर वाले की होगी ज्वॉइनिंग, जानिए Infosys पर लगे आरोपों के बीच क्या बोले सीईओ सलिल पारेख

आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनी इंफोसिस (Infosys) पर आरोप लगाया गया था, कि उसने कई युवाओं को ऑफर लेटर जारी करने के बावजूद उनकी जॉइनिंग डेट निर्धारित नहीं की है। दरअसल इनमें 2022 बैच के हजारों इंजीनियर भी शामिल बताए जा रहे हैं, जो अभी तक जॉइनिंग का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अब इस मुद्दे पर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने स्पष्ट किया है कि सभी ऑफर लेटर धारकों को जॉइनिंग मिलेगी, हालांकि इसमें कुछ समय लग सकता है।

दरअसल हाल ही में, आईटी और आईटीईएस यूनियन नैसेंट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) ने श्रम और रोजगार मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार यूनियन का आरोप है कि इंफोसिस ने 2022-23 की भर्ती में चयनित लगभग 2,000 फ्रेशर्स की जॉइनिंग में देर की है। आरोप है कि इन युवाओं को अप्रैल 2022 में ऑफर लेटर जारी किया गया था, लेकिन उसके बाद से कंपनी ने कोई ठोस जानकारी प्रदान नहीं की है, जिससे इनकी भविष्य की स्थिति असमंजस में है।

जानिए क्या बोले इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख

वहीं हाल ही में इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने इस मामले पर बयान देते हुए स्पष्ट किया कि कंपनी सभी फ्रेशर्स को दिए गए ऑफर लेटर की वैधता बनाए रखेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि जॉइनिंग की तारीखों में कुछ परिवर्तन हो सकते हैं, लेकिन आश्वस्त किया कि किसी को भी निराश नहीं किया जाएगा। पारेख ने कहा, “हम सभी ऑफर लेटर धारकों को जॉइनिंग का अवसर प्रदान करेंगे और कंपनी में शामिल होने का मौका देंगे।”

इतने फ्रेशर्स की भर्ती करने का लक्ष्य

जानकारी के अनुसार इंफोसिस इस वर्ष 15,000 से 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। हालांकि, हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, जून 2024 तक कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 3.15 लाख तक होने की संभावना है। वहीं यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले कम है। जून तिमाही में कंपनी में कुल 3,15,332 कर्मचारी थे, जबकि एक साल पहले यह संख्या 3,36,294 थी। मार्च तिमाही के अंत तक भी कर्मचारियों की संख्या घटकर 3,17,240 रह गई थी।