ब्रिटेन की नामी कपड़ा और रिटेल कंपनी मार्क्स एंड स्पेंसर (M&S) इन दिनों एक बड़े साइबर हमले की चपेट में आ गई है। “स्कैटर्ड स्पाइडर” नाम के साइबर क्रिमिनल ग्रुप ने रैंसमवेयर अटैक करके कंपनी के कंप्यूटर सिस्टम को पूरी तरह लॉक कर दिया है। इसका असर इतना बड़ा था कि कई स्टोर बंद करने पड़े और ऑनलाइन ऑर्डर लेना भी बंद हो गया। ग्राहक न तो पेमेंट कर पा रहे थे और न ही गिफ्ट कार्ड का इस्तेमाल। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब कंपनी की ऑनलाइन बिक्री हर दिन करोड़ों में होती है।
जानकारी के मुताबिक, 24 अप्रैल को हमलावरों ने “ड्रैगनफोर्स” नामक रैंसमवेयर का इस्तेमाल किया, जिसने M&S के VMware ESXi सिस्टम को टारगेट किया। यह रैंसमवेयर कंप्यूटर सिस्टम को लॉक कर देता है, जिससे कोई भी फाइल या डेटा एक्सेस नहीं किया जा सकता। एक बार सिस्टम लॉक हो जाने के बाद हैकर्स कंपनी से पैसे मांगते हैं ताकि वो कंप्यूटर अनलॉक कर सकें। यह वही तरीका है जो कई बार अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ देखा जा चुका है। साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस हमले से कंपनी के डेटा और ऑपरेशनल नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचा है।

लगातार बढ़ रही हैं साइबर अटैक की घटनाएं
M&S पर यह पहला साइबर हमला नहीं है। फरवरी में भी कंपनी को निशाना बनाया गया था, जब हैकर्स ने “NTDS.dit” नाम की फाइल चुरा ली थी जो Microsoft Active Directory से जुड़ी होती है। इस फाइल के जरिए हैकर्स को पूरे नेटवर्क में कहीं भी पहुंचने का रास्ता मिल गया। माना जा रहा है कि उसी जानकारी का इस्तेमाल करते हुए अप्रैल में दोबारा हमला किया गया। इस बार नुकसान ज्यादा गंभीर था क्योंकि कंपनी के पूरे सिस्टम को ही लॉक कर दिया गया।
करोड़ों का नुकसान
M&S को इस हमले के चलते अब तक करीब 600 मिलियन पाउंड यानी लगभग 7 हजार करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। “द गार्जियन” की रिपोर्ट बताती है कि कंपनी हर दिन करीब 3.8 मिलियन पाउंड की ऑनलाइन बिक्री करती है, जो इस साइबर अटैक के चलते पूरी तरह रुक गई। इसके अलावा, स्टोर बंद होने और सिस्टम फेल होने की वजह से ब्रांड की विश्वसनीयता पर भी असर पड़ा है।