15 महीने के FD पर मिलेगा 8.25% रिटर्न, इस प्राइवेट बैंक ने किया ब्याज दरों में संशोधन, लागू हुए नए रेट, यहाँ करें चेक

प्राइवेट बैंक ने एफडी के लिए नए इंटरेस्ट रेट लागू कर दिए हैं। रेपो रेट में कटौती के बाद भी आकर्षक ब्याज ऑफर कर रहा है। आइए जानें कितने दिन के निवेश पर कितना रिटर्न मिलेगा?

एफडी (Bank FD) को निवेश के लिए कई लोग बेहतर विकल्प मानते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट में बचत के साथ-साथ ब्याज कमाने का मौका मिलता है। बैंक समय-समय पर इससे संबंधित ब्याज दरों में बदलाव करते हैं। प्राइवेट सेक्टर के डीसीबी बैंक ने सावधि जमा के इंटरेस्ट रेट में बदलाव किया है। नए रेट लागू हो चुके हैं। संशोधन के बाद ग्राहकों को 3.75% से लेकर 7.5% तक रिटर्न मिल रहा है।

एक साल और इससे अधिक के सभी टेन्योर पर 7% से ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% अतिरिक्त ब्याज भी दे रहा है। 60 साल या इससे आयुवर्ग के ग्राहकों के लिए इंटरेस्ट रेट न्यूनतम 4.25% और अधिकम 8.25% है। रेसिडेंट इंडियन फिक्स्ड डिपॉजिट में ग्राहक 3 करोड़ रुपये से कम का निवेश कर सकते हैं। 6 महीने के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों 6.20% और वरिष्ठ नागरिक 6.70% तक ब्याज अर्जित कर सकते हैं। 1 साल के एफडी पर 7.10% तक रिटर्न मिल रहा है।

इतने दिन के एफडी पर मिलेगा सबसे ज्यादा ब्याज

सबसे ज्यादा रिटर्न 15 महीने से लेकर 16 महीने से कम के टेन्योर पर बैंक ऑफर कर रहा है। सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर 7.75% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 8.25% है। दूसरे नंबर पर  24 महीने 1 दिन से लेकर 25 महीने से कम का एफडी टेन्योर है। सामान्य नागरिकों को 7.50% और वरिष्ठ नागरिकों को 8% ब्याज मिल रहा है। इसके अलावा इ 700 दिन से लेकर 24 महीने तक और 25 महीने से लेकर 60 महीने तक के टेन्योर पर 7.25% ब्याज बैंक दे रहा है।

टेन्योर के हिसाब से इंटरेस्ट रेट 

  • 7 से 45 दिन- 3.75%
  • 46 से 90 दिन- 4%
  • 91 दिन से लेकर 6 महीने से कम- 4.75%
  • 6 महीने से लेकर 10 महीने से कम- 6.20%
  • 10 महीने से लेकर 12 महीने से कम- 6.75%
  • 12 महीने से लेकर 15 महीने से कम- 7.10%
  • 15 महीने से लेकर 16 महीने से कम- 7.75%
  • 16 महीने से लेकर 700 दिन से कम- 7%
  • 700 दिन से लेकर 24 महीने तक- 7.25%
  • 24 महीने 1 दिन से लेकर 25 महीने से कम- 7.50%
  • 25 महीने से लेकर 60 महीने तक- 7.25%
  • 60 महीने 1 दिन से लेकर 61 महीने तक- 7.25%
  • 61 महीने से अधिक और 120 महीने तक- 7%

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News