Government Schemes: हाउसवाइफ के लिए बेस्ट हैं ये 3 सरकारी योजनाएं, मिलता है ढेरों सुविधाओं का लाभ

Government Schemes For Housewives: महिलाओं के लिए भारत सरकार कई योजनाएं चलाती है। जिसके तहत उन्हें कई सुविधाओं का लाभ मिलता है। एक हाउसवाइफ को कई मुश्किलों का सामना करना है। भले ही हर क्षेत्र में अप्को छुट्टी मिल जाए लेकिन काम पूरे साल 24 घंटे का होता है। बावजूद इसके उन्हें पैसों से जुड़ी समस्या होती है। इसके लिए सरकार की कई स्कीम आपकी मदद कर सकते हैं। इस योजनाओं के तहत देश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाता है। आप कितनी भी पढ़ी-लिखी हो या ना हो इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को आसान कर सकती हैं। आज हम कुछ ऐसी की स्कीम्स के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।

फ्री सिलाई मशीन योजना

यह भारत सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली विशेष योजना है। इसके तहत सिलाई में रुचि रखने वाली महिलाओं को मुफ़्त में सिलाई मशील बांटी जाती है। 20 साल से 40 साल की आयु वाली महिलायें इसके लिए आवेदन कर सकती हैं। शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों की महिलायें इसका लाभ उठा सकती हैं।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना

यह सरकार की सफल योजनाओं में से एक है। साल 2016 में इसक शुरुआत महिलाओं के लाभ के लिए की गई है। योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाया जाता है। ताकि उन्हें धुएं के सामने खाना बनाने से रोका जा सके है।

प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना

इस योजना से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को लाभ होता है। तीन किश्तों में उन्हें मुआवजे की राशि प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करना और उसके उचित पोषण और देखभाल को सुनश्चित करना है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News