भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर आखिरकार सहमति बन गई है। इस समझौते पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। भारत की ओर से वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने इस डील को मंजूरी दी। यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है।
भारतीय सामान पर हटेगा टैक्स, चीजें होंगी सस्ती
इस फ्री ट्रेड डील के तहत 99 प्रतिशत भारतीय एक्सपोर्ट पर से ब्रिटेन में टैक्स (टैरिफ) हटा दिया जाएगा। इसका मतलब है कि अब भारत से ब्रिटेन जाने वाले कपड़े, चमड़े के सामान, समुद्री उत्पाद, खिलौने, जूते, ऑटो पार्ट्स और ऑर्गेनिक केमिकल जैसे प्रोडक्ट कम दामों पर मिल सकेंगे।
उदाहरण के लिए:-
पहले कपड़ों पर 12% टैक्स लगता था, अब जीरो
केमिकल पर 8% टैक्स था, अब खत्म
बेस मेटल पर 10% टैक्स था, अब नहीं लगेगा
इससे भारत के कारोबारियों को फायदा होगा और ब्रिटेन में भारतीय सामान सस्ते दामों पर मिलेगा।
व्यापार और निवेश को मिलेगी नई रफ्तार
इस डील से भारत और ब्रिटेन के बीच कारोबार में बड़ा इजाफा होगा। फिलहाल दोनों देशों के बीच लगभग 56 अरब डॉलर का व्यापार होता है। सरकार का लक्ष्य है कि इस आंकड़े को 2030 तक दोगुना किया जाए। इसके अलावा भारत ने 250 अरब डॉलर के इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट का भी टारगेट रखा है। यह समझौता निवेश को भी बढ़ावा देगा, जिससे दोनों देशों में नई कंपनियां, नए प्रोजेक्ट और ज्यादा रोजगार के अवसर बनेंगे। इससे युवाओं को खास फायदा होगा।
भारतीय पेशेवरों को मिलेगा फायदा
इस समझौते के तहत भारतीय पेशेवरों को भी बड़ी राहत दी गई है। अब जो भारतीय लोग ब्रिटेन में काम करने जाएंगे, उन्हें तीन साल तक सोशल सिक्योरिटी टैक्स नहीं देना होगा। इससे उनकी सेविंग बढ़ेगी और काम करना आसान होगा। साथ ही, कई मेडिकल डिवाइसेज पर भी टैरिफ खत्म किया गया है, जिससे भारत से स्वास्थ्य से जुड़ा सामान ब्रिटेन में आसानी से और सस्ते दामों पर पहुंचेगा।





