Tue, Dec 30, 2025

हाउसवाइफ से करोड़पति बनने तक का इंटरेस्टिंग सफर, पढ़ें शशि सोनी की Success Story

Written by:Sanjucta Pandit
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एक कहानी हम आपको शशि सोनी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मात्र ₹10000 अपने बिजनेस में निवेश किए थे और आज वह करोड़ की मालकिन है।
हाउसवाइफ से करोड़पति बनने तक का इंटरेस्टिंग सफर, पढ़ें शशि सोनी की Success Story

Shashi Soni Success Story : कहते हैं अगर मन में दृढ़ निश्चय कर लिया जाए तो कोई भी सफलता पाने से नहीं रोक सकता। मेहनत करने वालों की मदद के लिए तो पूरी कायनात एक हो जाती है। हालांकि, इस सफर में काफी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलता है, लेकिन इसके बावजूद प्रयास करते रहना ही सफलता की कुंजी मानी जाती है। ऐसी ही एक कहानी हम आपको शशि सोनी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मात्र ₹10000 अपने बिजनेस में निवेश किए थे और आज वह करोड़ की मालकिन है। दरअसल, उन्होंने 1971 में दीप ट्रांसपोर्ट की नींव रखी थी। फिर उन्होंने मुंबई के क्षेत्र में दीप मंदिर सिनेमा खोलकर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और धीरे-धीरे वह इस कदर आगे बढ़ गई थी आज वह किसी की पहचान को मोहताज नहीं है।

जनसेवा समिति की सदस्य

शशि सोनी का बिजनेस साल 1980 तक काफी अच्छा चला, लेकिन इसके बाद जैसे-जैसे दुनिया टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ने लगा उनकी चुनौतियां भी बढ़ने लगी। तब जाकर उन्होंने मैसूर में गैस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट ऑक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। धीरे-धीरे इस कंपनी ने तेजी से आगे बढ़ना शुरू किया। वहीं, साल 2005 में लिमिटेड नाम की सॉफ्टवेयर कंपनी लॉन्च की जो इज्मो ब्रांड के नाम से ऑपरेट करती है। बता दें कि यह कंपनी ग्लोबल स्तर पर हाईटेक आटोमोटिव और रिटेलिंग सेवाएं प्रदान करती है। इसके अलावा, वह सामाजिक कार्यों में भी काफी सक्रिय रहती हैं। वह दीप जनसेवा समिति की सदस्य हैं। नौकरी दिलाने के साथ-साथ महिलाओं की शिक्षा, बुजुर्गों के लिए पेंशन योजनाएं और दिव्यांगों के लिए अधिक-से-अधिक आर्थिक मदद जताने पर फोकस करता है।

करोड़ों की मालकिन

आपको बता दें कि साल 1990 में उन्हें भारतीय उद्योग में वूमेन ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज वह करोड़ों रुपए की कंपनी की मालकिन है। इतनी बड़ी कंपनी की मालकिन होने के बावजूद वह बहुत ही साधारण और सरल जीवन जीती है। उनका स्वभाव काफी अच्छा है। लोग उनसे काफी ज्यादा घुल-मिलकर रहते हैं। समाजिक कार्यों में उनकी सक्रियता लोगों के साथ उनकी बॉन्डिंग को मजबूत बनाता है।