Vasa Denticity IPO: आज खुल गया इस डेंटल कंपनी का आईपीओ, 25 मई तक निवेशक लगा सकते हैं दांव

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Vasa Denticity IPO: वासा डेन्टिसीटी लिमिटेड ने 23 मई यानि आज अपना आईपीओ खोल दिया है। निवेशक 25 तक दांव लगा सकते हैं। कंपनी की स्थापना 2016 में हुई थी। यह डेंटल प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन करता है। ऑनलाइन पोर्टल “Dentakart.com” के जरिए भी कंपनी कारोबार करता है, प्रोडक्ट रेंज 10,000 है। इसका सेंट्रल डिस्ट्रीब्यूशन हब गुरुग्राम में स्थित है।

54 करोड़ रुपये का फंड जुटाने के लिए वासा डेन्टिसीटी लिमिटेड ने कुल 42,224,000 शेयरों को जारी किया है। जिसमें से 3,174,000 शेयरों की पेशकश फ्रेश इश्यू के तहत की गई है। वहीं बाकी को ऑफर फॉर सेल के तहत जारी किया गया है। आईपीओ का फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर है। वहीं प्राइस बैंड 121 रुपये से लेकर 128 रुपये प्रति शेयर है। लॉट साइज़ 1000 शेयर्स हैं। मार्केट मेकर Hem Finlease है, जिसका पोर्शन 216000 शेयर्स हैं। 23 मई, 10:40 बजे तक आईपीओ 0.08 गुना सबस्क्राइब किया जा चुका है।

QIB के लिए 26.52%, NHI के लिए 27.05% और रीटेल के लिए 46.43% रिजर्वेशन किया गया है। मार्केट मेकर के पोर्शन को भी NII/NHI में जोड़ा गया है। इश्यू की लिस्टिंग 2 जून, 2023 को होगी। डॉ. विकास अग्रवाल, संदीप अग्रवाल, मनीष कुमार और नकुल वार्ष्णेय आईपीओ के प्रोमोटर्स हैं।

वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं की पूर्ति, ब्रांड को लेकर जागरूकता फैलाने, इश्यू के खर्चों की पूर्ति और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए कंपनी ने अपना आईपीओ ओपन किया है।

(Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News शेयर मार्केट या आईपीओ में निवेश करने की सलाह नहीं देता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News