Success Story of Sai Krishna Popuri : केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए लगातार लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके बाद से लोग लगातार खुद की बिजनेस करने की ओर भाग रहे हैं। हालांकि, इस सफर में लोगों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसी कड़ी में साईं कृष्णा पोपुरी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आइए जानते हैं उनकी Success Story…

दिल्ली IIT से की पढ़ाई
साईं कृष्णा पोपुरी ने दिल्ली स्थित IIT से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद उन्होंने कॉर्पोरेट नौकरी किया। इस दौरान उनके दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों ना वह खुद का वेंचर शुरू करें, लेकिन इसके लिए उन्होंने सही मौके का इंतजार किया। साईं को फूड स्टार्टअप में हमेशा से ही रुचि रही थी और वह इसी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने हैदराबाद में इंडो-चाइनीज स्टार्टअप पर काम किया था। जिसके बाद एक इंसिडेंट ने उनकी तकदीर को पूरी तरह से बदलकर रख दिया था।
इस तरह आया आइडिया
दरअसल, उस समय उन्हें पता चला कि उनके पिता को डायबिटीज हो गया है। जिसके बाद साईं ने डॉक्टर से कंसल्ट किया, तब उन्हें पता चला कि उनके पिता की डाइट में गेहूं, जौ और क्विनोआ शामिल करने की सलाह दी। तभी उनके दिमाग में एक आयडिया आया कि क्यों ना क्विनोआ से ही स्टार्टअप किया जाए। इस दौरान साईं ने अपनी एक दोस्त से मुलाकात की जोकि आंध्र प्रदेश के विश्वविद्यालय में फूड साइंस डिपार्टमेंट में काम करती थी, जिन्होंने बाजरे के बारे में बताया कि आने वाले दिनों में इसका एक बड़ा मार्केट बन सकता है।
करोड़ों में हो रही कमाई
इस पर सोच-विचार करने के बाद साईं ने साल 2013 में अपनी रिसर्च शुरू की और 2014 में उन्होंने अपना पहला प्रोडक्ट तैयार कर लिया। इस ब्रांड का नाम उन्होंने हेल्थ सूत्र रखा। यहां उन्होंने सबसे पहला प्रोडक्ट ज्वार दलिया को लांच किया, जिसे लोगों का अच्छा रिस्पांस मिला। फिर धीरे-धीरे उन्होंने अपने प्रॉडक्ट्स में बढ़ोतरी की और आज वह इस स्टार्टअप से 2.5 करोड रुपए सालाना कमाई कर रहे हैं।





