भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को उसका नया मुखिया मिल गया है। भारत सरकार ने वरिष्ठ बीमा अधिकारी R Doraiswamy को LIC का नया CEO और MD नियुक्त किया है। यह नियुक्ति केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन वित्तीय सेवा विभाग द्वारा 14 जुलाई 2025 को जारी अधिसूचना के माध्यम से की गई। Doraiswamy की यह नियुक्ति तीन वर्षों के लिए की गई है या 62 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो। चूंकि उनका जन्म 29 अगस्त 1966 को हुआ है, इसलिए उनका अधिकतम कार्यकाल 28 अगस्त 2028 तक माना जाएगा, जब वह 62 वर्ष के हो जाएंगे।
हर महीने मिलेंगे 2.25 रुपये लाख
सरकारी अधिसूचना में R Doraiswamy के वेतनमान का भी स्पष्ट उल्लेख किया गया है। उन्हें केंद्र सरकार के पे मैट्रिक्स लेवल 17 के अनुसार 2,25,000 रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा। यह वेतनमान उन वरिष्ठ अधिकारियों को दिया जाता है जो नीति निर्माण और संस्थागत संचालन की शीर्ष जिम्मेदारियां निभाते हैं।इसके अलावा, उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित अन्य सुविधाएं और भत्ते भी मिलेंगे। इस वेतन के साथ अब Doraiswamy भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी के नैतिक और रणनीतिक नेतृत्व का जिम्मा संभालेंगे।
पहले रह चुके हैं मैनेजिंग डायरेक्टर
R Doraiswamy बीमा जगत का एक जाना-माना नाम हैं और LIC में ही लंबे समय से कार्यरत हैं। इससे पहले वह LIC के मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं और उन्हें बीमा क्षेत्र की बारीक समझ, संस्थागत संरचना, ग्राहक सेवा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की अच्छी जानकारी है। उनके नेतृत्व में LIC ने कई नई योजनाएं, नीति सुधार और क्षेत्रीय विस्तार की दिशा में काम किया है। सरकार का मानना है कि उनके अनुभव से LIC को एक नई रणनीतिक दिशा मिलेगी।
बदलते बीमा बाजार में नई उम्मीदें
Doraiswamy की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारतीय बीमा क्षेत्र कठोर प्रतिस्पर्धा और तकनीकी परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। निजी बीमा कंपनियों का प्रभाव बढ़ रहा है और LIC को भी डिजिटल बदलाव, ग्राहक सेवा सुधार और निवेश के नए अवसरों को तेजी से अपनाने की जरूरत है।
बतौर CEO और MD, Doraiswamy के सामने ये मुख्य चुनौतियाँ रहेंगी-
LIC के मार्केट शेयर को बनाए रखना
नई डिजिटल पॉलिसियों का विस्तार
निवेशकों का भरोसा मजबूत करना
युवा ग्राहकों को आकर्षित करना
बीमा सेवाओं को ग्रामीण भारत तक पहुंचाना
LIC की पॉलिसीधारकों की संख्या करोड़ों में है, और यह कंपनी भारत की सार्वजनिक वित्तीय संरचना में रीढ़ की हड्डी मानी जाती है। ऐसे में Doraiswamy की भूमिका न केवल व्यावसायिक, बल्कि सामाजिक और आर्थिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
LIC अधिनियम 1956 के तहत नियुक्ति
यह नियुक्ति LIC अधिनियम 1956 की धारा 4 के अंतर्गत की गई है, जो केंद्र सरकार को LIC के शीर्ष पदों पर नियुक्ति का अधिकार देती है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना पर भारत सरकार के उप सचिव धीरज भास्कर ने हस्ताक्षर किए हैं। नियुक्ति की प्रक्रिया में सभी संवैधानिक और प्रशासनिक औपचारिकताएं पूरी की गई हैं। यह कदम सरकार के उस दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें सार्वजनिक संस्थानों में योग्य और अनुभवी अधिकारियों को शीर्ष पदों पर बैठाकर परिणामोन्मुखी नेतृत्व देने की कोशिश की जा रही है।
नई शुरुआत,नई रणनीति की उम्मीद
R Doraiswamy की नियुक्ति LIC के लिए एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। उनकी लीडरशिप में न केवल LIC का व्यवसायिक विकास तेज होगा, बल्कि ग्राहकों के विश्वास को और मजबूत करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। LIC, जो भारत के हर वर्ग और कोने में अपनी सेवा देता है, अब एक ऐसे अनुभवी अधिकारी के हाथों में है, जिनसे नीति, पारदर्शिता और नवाचार की उम्मीद की जा रही है। सभी की निगाहें अब इस नए नेतृत्व पर टिकी हैं, जो बीमा क्षेत्र को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता रखता है।





