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Mon, Dec 8, 2025

रेपो रेट में कटौती के बाद इन 5 सरकारी बैंकों ने सस्ता किया लोन, ब्याज दरों में हुई कटौती 

कई पब्लिक सेक्टर बैंकों ने लोन के ब्याज दरों में बदलाव किया है। यह रेपो रेट में कटौती का परिणाम है। नए रेट्स लागू हो चुके हैं। लाखों ग्राहकों को फायदा होगा। आइए जानें अब कौन-सा बैंक कितना इंटरेस्ट लेगा?
रेपो रेट में कटौती के बाद इन 5 सरकारी बैंकों ने सस्ता किया लोन, ब्याज दरों में हुई कटौती 

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रेपो रेट में बदलाव का सीधा असर लोन के ब्याज दरों (Loan Rates) पर पड़ता है। बैंक इसके आधार पर ही लेंडिंग रेट्स को निर्धारित करते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेट्स में 0.25% की कटौती कर दी है। जिसके बाद कई बैंकों ने लेंडिंग रेट्स में  बदलाव करना शुरू कर दिया है। हाल ही में तीन पब्लिक सेक्टर बैंकों ने लोन के इंटरेस्ट रेट में बदलाव किया। जिससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। इस सूची में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, PNB और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल है।

रविवार को बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कई रिटेल लोन के दरों में 25 बीपीएस तक की कटौती की है। इसमें होम, कार, एजुकेशन और RLLR लिंक्ड प्रॉडक्ट्स शामिल हैं। अब होम लोन की शुरुआत 7.10% और कार लोन की 7.45% ब्याज के साथ होगी। इस फैसले से कई ग्राहकों को फायदा होगा। नए रेट 7 दिसंबर से प्रभावी हो चुके हैं। बता दें वर्तमान में रेपो रेट घटकर 5.25% तक पहुँच चुका है।

बैंक ऑफ बड़ौदा 

बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने बड़ौदा रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट्स में में कटौती की है। बीआरएलएलआर 8.15% से घटकर 7.90% तक पहुंच चुका है। नए रेट 6 दिसंबर से लागू है। हालांकि इसके बाद भी ऐसे होम लोन जो एमसीएलआर या बेस रेट या बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट पर आधारित है, उन्हें ईबीएलआर से अधिक इंटरेस्ट देना होगा।

लिस्ट में ये बैंक भी शामिल 

इस लिस्ट में बैंक ऑफ़ इंडिया भी शामिल है। रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट्स में बदलाव किया है। दरें 8.35% से घटकर 8.10% तक पहुंच चुकी है। पब्लिक सेक्टर के इंडियन बैंक ने भी बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स में बदलाव किया है। इंटरेस्ट रेट 8.20% से घटकर 7.95% तक पहुंच चुका है।

पंजाब नेशनल बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट्स में भी 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है। दरें  8.35 प्रतिशत से घटकर 8.10% तक पहुंच चुकी है। तीनों बैंकों ने मार्जिनल कॉस्ट आफ लेंडिंग रेट और बेस रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह कदम रेपो रेट में कटौती के बाद उठाया गया गया है। कई बैंकों ने तो फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में भी बदलाव किया है।