रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है। दरों में 50 बीपीएस की कटौती हुई है। अब नीतिगत दरें घटकर 5.50% पर पहुँच चुकी है। आरबीआई के इस फैसले का प्रभाव बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिल रहा है। लोन और फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में कमी होने वाली है। देश के दो बड़े बैंकों ने लोन के इंटरेस्ट रेट (Loan Rates) में बदलाव किया है।
पब्लिक सेक्टर के पंजाब नेशनल बैंक ने रेपो लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) में 50 बीपीएस की कटौती की है। नई दरें 9 जून से प्रभावी होंगी। वहीं देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक “एचडीएफसी बैंक” ने एमसीएलआर दरों में 10 बीपीएस यानि 0.10% की कमी है। दरों में कटौती का असर ईएमआई पर पड़ेगा। उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी। होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन और ऋण पर नए रेट प्रभावी होंगे।

पंजाब नेशनल बैंक की नई दरें
पीएनबी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया “X” पर लोन के ब्याज दरों में कटौती की जानकारी दी है। संशोधन के बाद होम लोन के लिए इंटरेस्ट रेट 7.45% हो चुका है। वहीं व्हीकल लोन के लिए ब्याज दर अब 7.80% होगा। इससे ईएमआई कम होगी। ग्राहकों के पैसे बचेंगे। वहीं सरकारी बैंक ने 1 जून को नए एमसीएलआर दरों का ऐलान किया है। ओवरनाइट मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट 8.25% है। एक महीने के लिए दरें 8.40%, 3 महीने के लिए 8.60%, 6 महीने के लिए 8.80%, एक साल के लिए 8.95% और 3 साल के लिए 9.25% हैं।
एचडीएफसी बैंक लोन ब्याज दरें
एचडीएफसी बैंक ने ओवरनाइट और एक महीने के लिए एमसीएलआर दरों को 9% से घटकर 8.90% कर दिया है। 3 महीने के लिए दरें 9.05% से घटकर 8. 95% हो चुकी हैं। 6 महीने और एक साल के लिए नए रेट 9.05% हैं। 2 साल और 2 साल के लिए नए रेट 9.10%, जो पहले 9% थे। बता दें एमसीएलआर न्यूनतम दरें होती हैं, जिसके आधार पर बैंक लोन ऑफर करते हैं। डिपॉजिट, रेपो रेट, ऑपरेशनल कॉस्ट और कैश रिजर्व रेशियो समेत कई कारकों पर ये रेट निर्भर करते हैं। आरबीआई द्वारा नीतिगत दरों में कटौती करने के बाद देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक में एमसीएलआर में कमी करने का ऐलान किया है।